भोपाल । मध्य प्रदेश के 514 नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज द्वारा विश्वविद्यालय से संबंंधता लेने से इनकार कर दिया है। उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए, संबद्धता लेने से इनकार किया है।जिसके कारण मध्य प्रदेश के 150000 छात्र छात्राओं का भविष्य अंधकार में हो सकता है। नर्सिंग कॉलेज की जांच सीबीआई के द्वारा की जा रही है। लाखों छात्राओं की परीक्षाएं नहीं हुई है जिसके कारण कॉलेजों को फीस भी प्राप्त नहीं हुई है। ऐसी स्थिति में कॉलेज पैरामेडिकल और नर्सिंग कोर्स चलाने के लिए इच्छुक ही नहीं हैं।
मेडिकल विश्वविद्यालय द्वारा इन संस्थाओं को संबंधता दी जाती है। नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज द्वारा संबंधता नहीं लिए जाने के कारण, इसका असर परीक्षाओं पर पड़ रहा है। मेडिकल विश्वविद्यालय द्वारा 2024-25 की संबद्धता के लिए मार्च तक दिया जाना है। विश्वविद्यालय द्वारा एफीलिएशन की फीस बढ़ा दिए जाने के कारण,नर्सिंग कॉलेज ओर पैरामेडिकल कॉलेजों ने आवेदन करने से ही इनकार कर दिया है। मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुल सचिव का कहना है, कि वह पैरामेडिकल और नर्सिंग कॉलेज के लिए वर्ष 2024-25 के एफीलिएशन के लिए समय सीमा बढ़ाने का एक प्रस्ताव,एकेडमिक काउंसिल के समक्ष रखेंगे। उसका क्या निर्णय होता है, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।