नई दिल्ली । प्रवर्तन निदेशालय की टीम आप राज्यसभा सांसद एनडी गुप्ता के आवास से करीब 15 घंटे तक हुई सर्च और पूछताछ के बाद बाहर निकली। इस दौरान ईडी ने दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) में अनियमितताओं से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार के घर पर भी तलाशी ली। बता दें कि आज दिल्ली जल बोर्ड घोटाले में 12 ठिकानों पर रेड हुई थी। वहीं इस रेड पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि मेरे पीए के घर 16 घंटे ईडी के 23 अफ़सरों ने रेड की। गहन छानबीन के बाद उन्हें कुछ नहीं मिला। सीएम ने कहा कि रेड में न पैसा मिला, न ही कोई ज्वैलरी नहीं या किसी प्रकार की कोई संपत्ति मिली। केजरीवाल ने कहा कि इन्होंने मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और संजय सिंह के यहां रेड की, वहां भी कुछ नहीं मिला था। क्या ईडी किसी के भी घर में ऐसे ही बिना किसी कारण घुस सकती है? क्या ये सरासर गुंडागर्दी नहीं है? इससे साफ है कि ये सभी रेड और गिरफ़्तारियां केवल राजनीतिक द्वेष के तहत की जा रही हैं, हमें परेशान करने के लिए, आम आदमी पार्टी को कुचलने के लिए दो साल हो गये जांच करते-करते, लेकिन एक पैसा या कोई सबूत नहीं मिला। उन्होंने कहा कि ये देश कानून और संविधान से चलता है। भारत देश किसी की बपौती नहीं है। ये 140 करोड़ लोगों का देश है। इस क़िस्म की गुंडागर्दी लोग कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।