चंडीगढ़ । किसान आंदोलन 2.0 का बुधवार को दूसरा दिन है। किसान फिलहाल, हरियाणा के अंबाला के शंभू बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ सके हैं। यहां पर बीते 36 घंटे से किसानों का काफिला रुका हुआ है। लगातार पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। मंगलवार को दोपहर 12 बजे से रात 2 बजे तक पुलिस ने टियर गैस की शेलिंग की। वहीं, ड्रोन के द्वारा भी किसानों की तरफ टियर गैस के गोले दागे गए। फिलहाल, किसानों को आगे बढ़ने में ड्रोन बाधा बन रहा है। किसान भी ड्रोन को गिराने की कोशिश कर रहे हैं।
बुधवार दोपहर 12 बजे के करीब अब किसानों ने ड्रोन को गिराने के लिए शंभू बॉर्डर पर पतंगबाजी शुरू कर दी है। किसान बड़ी संख्या में पतंग लेकर पहुंचे हैं और शंभू बॉर्डर पर पतंग उड़ा रहे हैं, ताकि पतंग की डोर में ड्रोन को फंसाकर गिराया जाए।
हरियाणा पुलिस और अन्य सुरक्षा कर्मी शंभू बॉर्डर पर पंजाब की तरफ जुटे किसानों पर लगातार ड्रोन से शैलिंग कर रहे हैं। किसानों ने मंगलवार को ड्रोन पर पथराव भी किया था। लेकिन ऊंचाई अधिक होने के चलते वह ड्रोन को निशाना नहीं बना सके। किसानों के लिए ड्रोन इसलिए भी बड़ी मुश्किल बन रहा है क्योंकि यह ऊंचाई से शेलिंग कर रहा है और साथ ही शंभू बॉर्डर से पंजाब की तरफ काफी दूर तक पहुंच रहा है। वहीं, जींद की शुगर मिल को अस्थाई जेल बनाया गया है। जिला अधिकारियों ने शुगर मिल को जेल में बदलने के आदेश दिए हैं। यहां पर एक डॉक्टर और एक फार्मेसिस्सट को नियुक्त किया गया है।
ड्रोन एक्शन पर भड़के पंजाब सरकार के मंत्री
पंजाब की भगवंत मान सरकार में मंत्री अमन अरोड़ा ने हरियाणा बॉर्डर पर ड्रोन एक्शन पर नाराजगी जाहिर की है। मान सरकार में मंत्री अरोड़ा ने किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा सरकार को घेरा और जंगल राज से तुलना की। अरोड़ा ने कहा कि पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर हिंदुस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर जैसे हालात बन गए हैं। अरोड़ा ने कहा, हरियाणा का प्रशासन हमारे पंजाब के इलाकों में घुस रहा है और ड्रोन से हमला कर रहा है। आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा, पंजाब बॉर्डर पर इसतरह के हालात बना दिए गए हैं, जो किसी दुश्मन के साथ भी नहीं हो सकते हैं। मंत्री अरोड़ा ने कहा है कि हरियाणा सरकार जंगल राज की तरह कार्य कर रही है। जहां पर भी हमले किए जा रहे हैं, हम उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। ये कार्रवाई करने का कोई तरीका नहीं है। उन्होंने कहा, पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर को हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बॉर्डर की तरह बना दिया गया है। बड़े-बड़े मसले भी बैठकर बातचीत से सुलझा लिए जाते हैं।