नई दिल्ली । लंबित मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान लगातार शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार को बताना चाहते हैं कि किसान खेतों में हल चलाना जानता है तो अपने हक का हल निकालना भी जानता है। यही वजह है कि मजबूत इरादों के साथ प्रोटेस्ट कर रहे किसानों के कैलेंडर की तारीख तो बदल रही है लेकिन उनके इरादे नहीं बदल रहे। पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर जमे किसानों के आंदोलन 2।0 का आज पांचवां दिन है। बता दें कि रविवार को एक बार फिर किसानों और सरकार के बीच वार्ता होगी जिसमें उन्हे उम्मीद है कि संवाद से समाधान जरुर निकलेगा।
किसान नेताओं और सरकार के बीच इससे पहले 8, 12 और 15 फरवरी को बैठक हुई थी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली क्योंकि किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी की अपनी मांग पर अड़े रहे। किसानों और सरकार दोनों को अब रविवार को होने वाली चौथे दौर की वार्ता का इंतजार है। उम्मीद है कि, दोनों पक्षों में सहमति बन जाएगी जिससे किसान आंदोलन पर विराम लग सके। उधर, संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि आने वाले दिनों में किसान आंदोलन की धार और तेज होगी। किसानों ने 18 फरवरी को होने वाली मीटिंग तक अपना दिल्ली कूच वाला मार्च रोक दिया है। वहीं, आज हरियाणा के किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे और चंडीगढ़ में बड़े बीजेपी नेताओं के घरों का घेराव भी करेंगे। आंदोलन के चौथे दिन पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर किसान दिल्ली कूच की जिद पर अड़े दिखे। शुक्रवार को किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया था। ये भारत बंद संयुक्त किसान मोर्चा ने बुलाया था जिसमें पंजाब के किसानों समेत कई शहरों में इसका छिटपुट असर दिखा। किसान अभी भी एमएसपी की गारंटी समेत 13 मांगों पर अड़े हैं। चौथे दिन भी शंभू बॉर्डर पर किसानों का हंगामा जारी रहा। कई बार पुलिस और किसानों के बीच झड़प हुई।
एक पुलिस प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि किसानों के विरोध के मद्देनजर शंभू सीमा पर तैनात हरियाणा पुलिस के एक उप-निरीक्षक की मौत हो गई। पीड़ित हीरा लाल हरियाणा रेलवे पुलिस से जुड़े थे और ड्यूटी के दौरान उनके स्वास्थ्य में अचानक गिरावट आ गई थी। उन्हें अंबाला के सिविल अस्पताल ले जाया गया लेकिन बाद में उनकी मौत हो गई।किसानों का आरोप है कि, हरियाणा पुलिस शंभू बॉर्डर पर मोर्टार के जरिए उन पर हमला कर रही है। जबकि, हरियाणा पुलिस खुद ऐसे वीडियो जारी कर चुकी है जिसमें किसान हिंसा पर उतारू हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने ने केंद्र सरकार और आंदोलनकारी किसानों के बीच चल रही बातचीत पर भी तंज कसा। संगठन ने कहा कि केंद्र सरकार शंभू बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों के पास गुप्त वार्ता के लिए मंत्रियों को भेज रही है। दिल्ली-एनसीआर में भी किसान आंदोलन को लेकर पुलिस अलर्ट पर है। गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा ने बॉर्डर पर जाकर सुरक्षा की समीक्षा की। दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर भी सुरक्षा चाक चौबंद दिखी। दिल्ली पुलिस के साथ आरएएफ के जवान भी चौकन्ने हैं। जिससे किसान किसी भी सूरत में दिल्ली में एंट्री ना कर सकें।
वीरेन्द्र विश्वकर्मा/ईएमएस/17 फरवरी 2024