भोपाल । मध्य प्रदेश का नगरीय विकास और आवास विभाग महिलाओं के लिए पिंक बस चलाने की तैयारी में है। पिंग बसों में सिर्फ महिलाएं ही सफर कर सकेंगी जबकि पुरुषों की एंट्री पूरी तरह प्रतिबंधित होगी। खास बात यह है कि पिंक बसों में ड्राइवर और कंडक्टर भी महिलाएं ही होंगी। फिलहाल प्रदेश के 16 निगम और 4 नपा में पिंक बस चलाने की योजना है।
मध्य प्रदेश के नगरीय निकायों में पिंक बसों का संचालन शुरू करने की तैयारी नगरीय विकास और आवास विभाग ने कर ली है। अहम बात यह है कि इन बसों में जहां महिला यात्री ही सफर करेंगी वहीं इनकी चालक-परिचालक भी महिला ही होंगी। दरअसल प्रमुख सचिव नगरीय विकास विभाग नीरज मंडलोई ने बताया है कि शुरु में सभी 16 नगर निगम और 4 नगरपालिका (भिंड, गुना, शिवपुरी, विदिशा) में इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा। प्रमुख सचिव मंडलोई ने सभी निकायों को पिंक बस संचालन के लिए कार्य करने को कहा है। गौरतलब है कि इंदौर नगर निगम पहले ही दो पिंक बसों का संचालन पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कर चुकी है। नगरीय क्षेत्रों के पब्लिक ट्रांसपोर्ट में महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए पत्र जारी किया गया है। नगरीय विकास विभाग के माध्यम से प्रदेश में अमृत योजना और जेएनएनयूआरएम के तहत लगभग 13 हजार नगरीय बसें संचालित होती हैं। इनमें सर्वाधिक बसों का संचालन भोपाल शहर के अलावा इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में किया जा रहा है। एक बार फिर बस संचालन को व्यवस्थित करने सरकार जुट गई है। जहां तक पिंक बसों के संचालन का सवाल है तो इसके लिए व्यवस्था की जा रही है, कि इनमें बस ड्राइवर से लेकर कंडक्टर तक महिला ही हों। बसों में केवल महिला यात्री ही यात्रा करेंगी, जबकि पुरुषों की एंट्री प्रतिबंधित रहेगी। महिला चालक और परिचालक के लिए ड्रेस कोड भी अनिवार्य किया जाएगा। पिंक बसों की महिला चालक के लिए ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ही ट्रेनिंग की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया है।