एमआईटीएस कॉलेज में श्रीमंत माधवराव सिंधिया नॉलेज सेंटर का उदघाटन
डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने पर भव्य आयोजन
भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र को नई दिशा मिला रही है। मध्यप्रदेश की शैक्षणिक संस्थाओं को उच्च स्तर तक ले जाना है। प्रदेश सरकार तकनीकी संस्थानों को आईआईटी के समान उन्नत बनाने का प्रयास कर रही है। इस महाविद्यालय को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया। कॉलेज के लिए एक हर्ष का विषय है। डीम्ड यूनिवर्सिटी बनने से यह ऑटोनोमस रूप से कार्य करेगा। उन्होंने कॉलेज के छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि युवा तकनीकी के क्षेत्र में आगे बढ़े और देश में अपनी सेवाएँ दें।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज ग्वालियर में माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और साइंस ग्वालियर को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने पर आयोजित हुए भव्य कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और साइंस ग्वालियर में श्रीमंत माधवराव सिंधिया नॉलेज सेंटर का उदघाटन किया।
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि एमआईटीएस के लिए यह गौरव का दिन है। संस्था के संथापकों का सपना साकार हो गया है। इस संस्था के नौजवानों ने कई क्षेत्रों में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। ग्वालियर में माधव इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस की नवीन इमारत का लोकार्पण किया जा रहा है। यह आधुनिक तकनीकयुक्त सुविधा से संस्थान के छात्र छात्राओं को लाभ मिलेगा। इस संस्थान में आने वाले युवाओं को कंप्यूटर टेक्नोलॉजी, साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि के क्षेत्र में पारंगत किया जाएगा। अच्छी क्लास शुरू होगी। अन्य सभी सुविधाएं उन्हें प्राप्त होगी।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ऑनलाइन शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से महान व्यक्तित्व जुड़े है। माधवराव सिंधिया और विजयाराजे सिंधिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। युवाओं को तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिल रही है। कई महान व्यक्तित्व इस संस्थान से निकले हैं। यह खुशी का विषय है कि अब एमआईटीएस संस्थान एक डीम्ड यूनिवर्सिटी के रूप में काम करेगा।
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि देश में एमआईटीएस अकेडमी के रूप में ब्लॉक का नया आयाम जुड़ रहा है। यह नॉलेज सेंटर निश्चित रूप से अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। विद्यार्थी इसका लाभ लेंगे और पूरे देश में अपनी सेवा देने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि एम आई टी एस देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रतिष्ठित स्थान रखता है। इसमें स्व. माधवराव सिंधिया राजमाता विजयाराजे सिंधिया का योगदान रहा है। संस्थान को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया है। एमआईटीएस के डायरेक्टर डॉ. आर.के. पंडित ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और संस्थान के बारे में जानकारी दी।
उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, सांसद विवेक शेजवलकर, प्रशांत मेहता, बोर्ड के अन्य सदस्यगण और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।