:: पुलिस बनी रही मूक दर्शक ::
इन्दौर। शहर के प्रमुख आस्था केंद्र अन्नपूर्णा मंदिर पर चैत्र नवरात्रि के उपलक्ष्य में प्रतिदिन भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है, लेकिन मंदिर की पार्किंग की भूमि तक पहुंचने वाले रास्ते पर ठेलागाड़ी, पुराने चार पहिया वाहनों एवं अन्य कबाड़ सामग्री रखकर भक्तों के बीच बाधा खड़ी करने की कोशिशें हो रही है। बुधवार को नगर निगम के अधिकारियों ने इन बाधाओ को हटाने के प्रयास भी किए, लेकिन पुलिस के असहयोग के कारण अभी भी समस्या जस की तस बनी हुई हैं।
राऊ के तहसीलदार ने गत 16 फरवरी 2024 को अन्नपूर्णा के थाना प्रभारी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कस्बा इन्दौर स्थित खसरा नंबर 1485 /1 पर रास्ते के अतिक्रमण हटाए जाएं, लेकिन दो माह बीत जाने के बावजूद अन्नपूर्णा पुलिस ने अब तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की है।
आज दोपहर नगर निगम का दस्ता भी मौके पर पहुंच गया था, लेकिन पुलिस के असहयोग के चलते नवरात्रि में अन्नपूर्णा आश्रम आने वाले दर्शनार्थियों को वाहन पार्किंग स्थल तक पहुंचने में भारी परेशानी उठाना पड़ रही है। जिन लोगों ने रास्ते पर अतिक्रमण और कब्जा किया हुआ है वह जान-बूझकर पार्किंग स्थल के रास्ते को रोककर भक्तों को परेशान कर रहे हैं। भक्तों को परेशान कर कर रहे हैं इसके कारण अन्नपूर्णा मेन रोड एवम मंदिर के सामने हर 5–10 मिनिट में जाम लग रहा है।
राऊ तहसीलदार ने अपने 16 फरवरी 2024 के आदेश में माना है कि मंदिर एवं गौशाला में रोजाना लाखों धर्मालु दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन कुछ लोग इस मार्ग में गुमटी, ठेला आदि रखकर रास्ता रोक रहे हैं। एक व्यक्ति तो पशु बली की धमकियां दे रहा है और सांप्रदायिक सौहार्द भंग करने का षड्यंत्र कर रहा है… थाना अन्नपूर्णा पुलिस प्रकरण दर्ज कर रास्ते को खुलवाए। तहसीलदार ने आदेश में साफ तौर पर लिखा है कि थाना प्रभारी यह भी सुनिश्चित करें कि मौके पर किसी भी प्रकार से रास्ता अवरुद्ध न हो। किसी भी व्यक्ति द्वारा रास्ता अवरुद्ध किया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाए। इतने स्पष्ट आदेश के बावजूद अन्नपूर्णा पुलिस और थाना प्रभारी नवरात्रि में भी मूकदर्शक बनकर बैठी हुई है। आज नगर निगम की रिमूवल गाड़ी को पुलिस के असहयोग के कारण बिना कार्रवाई के लौटना पड़ा। जिसका परिणाम अन्नपूर्णा के भक्तों को भुगतना पड़ रहा है। मंदिर आने वाले भक्त इस असुविधा के कारण परेशान हो रहे हैं।