माले । मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की पार्टी ने चुनाव में भारी बहुत से जीत हासिल की है। मुइज़ू की पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) ने मालदीप की संसद पर एकतरफा नियंत्रण कर लिया है। परिणामस्वरूप मतदाताओं ने चीन की ओर उनके झुकाव और क्षेत्रीय शक्ति और भारत से दूर होने का समर्थन किया। चुनाव में मुइज़ू की पीएनसी ने 86 सीटों में से 66 सीटें जीती हैं जो 93-सदस्यीय संसद में पूर्ण बहुमत के लिए पहले से ही पर्याप्त से अधिक है।
मुइज्जू की पार्टी की जीत को चीन के साथ घनिष्ठ आर्थिक सहयोग को आगे बढ़ाने की योजना के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षण के रूप में देखा गया है। पीएनसी और उसके सहयोगियों के पास निवर्तमान संसद में कुल आठ सीटें थीं, सितंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद बहुमत में नहीं होने से मुइज्जू को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। मुख्य विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी)-जिसके पास पहले पूर्ण बहुमत था। 45 वर्षीय मुइज्जू रविवार को सबसे पहले मतदान करने वालों पहुंचे थे, उन्होंने राजधानी माले में अपना वोट डाला। जहां से वह पहले मेयर रह चके हैं। मुइज्जू ने मालदीव के लोगों से बड़ी संख्या में मतदान करने का आग्रह किया।
मुइज्जू ने कहा मालदीव, भूमध्य रेखा के पार लगभग 800 किलोमीटर तक फैले लगभग 1,192 छोटे मूंगा द्वीपों का एक निचला देश, ग्लोबल वार्मिंग के कारण समुद्र के स्तर में वृद्धि के प्रति सबसे संवेदनशील देशों में से एक है। पूर्व निर्माण मंत्री मुइज़ू ने वादा किया है कि वह भूमि सुधार और ऊंचे द्वीपों का निर्माण करके लहरों को हरा देंगे, एक ऐसी नीति जिसके बारे में पर्यावरणविदों का तर्क है कि इससे बाढ़ का खतरा भी बढ़ सकता है। मालदीव प्राचीन सफेद समुद्र और एकांत रिसॉर्ट्स ओर खूबसूरती के कारण दुनिया में जाना जाता है। हाल के वर्षों में मालदीव हिंद महासागर में एक भू-राजनीतिक हॉटस्पॉट भी बन गया है, जहां वैश्विक पूर्व-पश्चिम शिपिंग लेन द्वीपसमूह से गुजरती हैं।
मुइज़ू के सहयोगी ने नाम न छापने की शर्त पर मतदान से पहले बताया कि रविवार के चुनाव में पार्टियां वोटों के लिए प्रचार कर रही हैं, इसलिए भू-राजनीति पृष्ठभूमि में है। वह भारतीय सैनिकों को वापस भेजने के वादे पर सत्ता में आए थे और वह इस पर काम कर रहे हैं। सत्ता में आने के बाद से संसद उनके साथ सहयोग नहीं कर रही है। इब्राहिम मोहम्मद सोलिह भी जल्दी मतदान करने वालों में शामिल थे और उन्होंने भरोसा जताया कि उनकी पार्टी विजयी होगी। रविवार के मतदान में उनके खराब प्रदर्शन पर उनकी पार्टी की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। चुनाव प्रमुख फुआद तौफीक ने मतदान बंद होने के बाद कहा कि मतदान का आधा घंटा शेष रहने तक 284,663 मतदाताओं में से 73 प्रतिशत तक मतदान हो चुका था।