पुंछ में वायुसेना काफिले पर हुए हमले के पीछे अबु हमजा का हाथ

कई इलाकों में तलाशी अभियान शुरू, हेलीकॉप्टर से रखी जा रही नजर
श्रीनगर । भारतीय वायुसेना के दो वाहनों पर आतंकवादी हमले में एक जवान की मौत हो गई। इस घटना के बाद सुरक्षा बल द्वारा पुंछ जिले में तलाशी अभियान चलाया जा रहा हैं। कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुंछ की सुरनकोट तहसील के बकराबल (सनाई) इलाके में हुए आतंकी हमले में वायुसेना के कॉर्पोरल विक्की पहाड़े शहीद हो गए और 4 अन्य वायु के जवान घायल हो गए। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यह हमला लश्कर-ए-तैयबा के विदेशी आतंकवादी अबू हमजा के नेतृत्व में किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों ने इस हमले में एके असॉल्ट राइफलों के अलावा अमेरिका निर्मित एम4 कार्बाइन और स्टील की गोलियों का भी इस्तेमाल किया है।
चार घायल वायु जवानों को हवाई मार्ग से उधमपुर के अस्पताल ले जाया गया। जहां एक जवान की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि अन्य तीन की हालत स्थिर है। हमले के मद्देनजर स्थानीय पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों सहित सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों का पता लगाने के लिए पुंछ के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है। सेना ने एक हेलीकॉप्टर का उपयोग करके हवाई निगरानी भी की और पैरा कमांडो को भी तलाशी अभियान में लगा दिया गया है। एडीजीपी, जम्मू, आनंद जैन और सेना और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने सुरनकोट इलाके में घात स्थल का दौरा किया।
पुलिस के अनुसार अबू हमजा 22 अप्रैल को राजौरी जिले के थानामंडी इलाके के कुंडा टॉप गांव में एक सरकारी कर्मचारी मोहम्मद रज्‍जाक की हत्या का भी आरोपी है। रज्‍जाक समाज कल्याण विभाग में कार्यरत थे, जबकि उनके भाई मोहम्मद ताहिर चौधरी प्रादेशिक सेना में कार्यरत हैं। पुलिस ने बताया कि आतंकवादी सैनिक को मारने आए थे, लेकिन जब वह उनके चंगुल से छूट गया तो उन्होंने उसके भाई को मार डाला था। पुलिस ने हमला के बारे में जानकारी देने वालों को 10 लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा की है। उसके पुंछ और राजौरी के जंगलों में छिपे होने का संदेह है। एक अधिकारी ने कहा कि जर्रा वली गली क्षेत्र में अतिरिक्त बल भेजा गया है। सुरक्षा बलों ने बैरिकेड्स लगाए हैं और आतंकवादियों को भागने से रोकने के लिए हेलीकॉप्टरों के साथ हवाई निगरानी भी की जा रही है।
इधर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय वायु सेना के एक काफिले पर आतंकवादी हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में आतंक का खतरा अभी भी बरकरार है। अब्दुल्ला ने कहा कि बीजेपी सरकार के उस दावे की पोल खुल गई है जिसमें अनुच्छेद 370 आतंकवाद के लिए जिम्मेदार था। उन्होंने अपना रुख दोहराया कि केवल भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत ही क्षेत्र में आतंकवाद के खतरे को खत्म कर सकती है।