निवेशकों की निगाह रुपये-डॉलर के रुख और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी
मुंबई । बाजार के विश्लेषकों का कहना है कि कंपनियों के तिमाही नतीजे, वैश्विक रुझान और विदेशी निवेशकों की कारोबारी गतिविधियां इस सप्ताह शेयर बाजार का रुख तय करेंगी। यह सप्ताह कम कारोबारी सत्रों का होगा। विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा आम चुनाव की वजह से निवेशक अभी सतर्क रुख अपना सकते हैं। मुंबई में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान के कारण सोमवार को शेयर बाजार बंद रहेंगे। बाजार के जानकारों ने कहा कि चौथी तिमाही के नतीजों का सीजन समाप्त होने वाला है। कंपनियों के बेहतर नतीजे असमंजस में फंसे बाजार को कुछ राहत प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल का सोमवार को संबोधन है। इससे बाजार की धारणा प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा जापान और अमेरिका के आर्थिक आंकड़े तथा वैश्विक मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होंगे। सप्ताह के दौरान ओएनजीसी, सेल, बीएचईएल, जेके टायर, वन97 कम्युनिकेशंस, पावर ग्रिड, इंटरग्लोब एविएशन, आईटीसी और एनटीपीसी अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि इस सप्ताह बाजार का परिदृश्य प्रमुख घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से तय होगा। भारत में पीएमआई विनिर्माण और सेवा क्षेत्र का आंकड़ा आना है। इसके अलावा ब्रिटेन के मुद्रास्फीति, अमेरिका के बेरोजगारी दावे, एसएंडपी के वैश्विक सेवा और वैश्विक विनिर्माण आंकड़े आने हैं। साथ ही घरेलू मोर्चे पर कई बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे घोषित किए जाएंगे। इसके अलावा निवेशकों की निगाह रुपये-डॉलर के रुख और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों पर रहेगी। उन्होंने कहा कि अगले कुछ सप्ताह में बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है। कुछ बड़ी, मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों में चुनिंदा लिवाली जारी रहेगी। चुनावी नतीजों और तिमाही आय को लेकर अनिश्चितताओं के बीच निकट भविष्य में बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहने की संभावना है। पिछले सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1252.56 अंक अर्थात 1.7 प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 73917.03 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 410.9 अंक यानी 1.9 प्रतिशत उछलकर 22466.10 अंक पर रहा। समीक्षाधीन सप्ताह में दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों में भी जमकर लिवाली हुई। इससे मिडकैप 1813.35 अंक अर्थात 4.42 प्रतिशत मजबूत होकर सप्ताहांत पर 42841.10 अंक और स्मॉलकैप 2194.68 अंक यानी 4.6 प्रतिशत की तेजी के साथ 47591.67 अंक हो गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बीएसई ने प्राथमिक साइट पर प्रमुख व्यवधानों से निपटने के लिए अपनी तैयारियों की जांच करने को 18 मई को इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव खंड में एक विशेष कारोबारी सत्र का आयोजन किया।