नई दिल्ली । जब आरोपों की बौछार होती है तो खुद को बचाने के लिए कई बार ऐसे बयान आते हैं जो चौंकाने वाले होते हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर आप सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई कथित मारपीट को लेकर घमासान मचा हुई है। इस मामले में भाजपा हमलावर है तो आम आदमी पार्टी खुद का बचाव कर रही है। इस बचाब में कौन क्या कह रहा है इसका भी उन्हे शायद अंदाजा नहीं है। दअसरल,स्वाति मालीवाल का कहना है कि ड्रॉइंग रूम के सीसीटीवी फुटेज से सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। इस बयान पर आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि जिस ड्रॉइंग रूम में मारपीट का आरोप लगाया गया है वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यह भी कहा है कि केजरीवाल के बेड रूम में सीसीटीवी लगा है पर ड्रॉइंग रूम में नहीं। सीसीटीवी फुटेज डिलीट किए जाने या डीवीआर नहीं दिए जाने के आरोपों को खारिज करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस और फिर कुछ मीडिया चैनलों से बातचीत में दावा किया कि सीएम के बेड रूम में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन ड्रॉइंग रूम में नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने सभी डीवीआर जब्त कर लिए हैं। यहां तक कि सीएम के बेड रूम का सीसीटीवी फुटेज भी दिल्ली पुलिस ले गई है।
दिल्ली पुलिस की एक टीम रविवार को मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर पहुंची। सूत्रों के मुताबिक पुलिस की टीम ने सीसीटीवी डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर) सहित इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं ताकि 13 मई को मालीवाल पर हुए कथित हमले की फुटेज हासिल की जा सके। उस दिन केजरीवाल के करीबी सहयोगी बिभव कुमार ने मुख्यमंत्री आवास पर आप की राज्यसभा सदस्य पर कथित हमला किया था। मालीवाल ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री आवास की सीसीटीवी फुटेज के साथ छेड़छाड़ की गई है। स्वाति मालीवाल ने कहा कि सच को छुपाने के लिए मुख्यमंत्री आवास में उनके साथ मारपीट के वीडियो को डिलीट कर दिया गया और सीसीटीवी फुटेज को गायब कर दिया गया।
बेड रूम में सीसीटीवी, पर ड्रॉइंग रूम में नहीं बताई वजह
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने लगे हाथ यह भी दावा किया कि सीएम के बेडरूम में प्राइवेट सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और उनका फुटेज भी दिल्ली पुलिस ले गई है। बेडरूम में सीसीटीवी कैमरे लगे होने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा, सीएम के घर के अंदर का जो हिस्सा है, डाइनिंग रूम है, उनका बेडरूम है, अब चूंकि माहौल ही ऐसा कि कोई नौकर-वौकर ही कुछ रख ना दे, कुछ चीज निकाल ली जाए। एहतियात के तौर पर उन्होंने प्राइवेट सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं। उनका घटना से कोई लेना देना नहीं है। वो सीसीटीवी कैमरा भी दिल्ली पुलिस ले जा चुकी है। बदतमीजी है कि एक मुख्यमंत्री के प्राइवेसी के अंदर दिखाएंगे कि हम आपके बेडरूम का भी सीसीटीवी ले जाएंगे, जबकि उनको पता है कि वहां कोई घटना नहीं हुई। चलिए आप वह भी ले जाइए लेकिन झूठ ना फैलाइए कि सीसीटीवी गायब हो गए, पेन ड्राइव खाली निकली, डीवीआर नहीं मिली।सौरभ भारद्वाज ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, यह घटना ड्रॉइंग रूम में हुई है, वहां का वीडियो सामने आया है। ड्रॉइंग रूम में कोई सीसीटीवी नहीं है, दिल्ली पुलिस भी जानती है। हम लोग तो रोज जाते हैं, वहां सीसीटीवी कैसे होगा, जहां मुख्यमंत्री अपने सब मंत्रियों, आने-जाने वाले बड़े-बड़े राजनेताओं से, अलग-अलग मुख्यमंत्रियों से बात करते हैं, वहां पर आप सीसीटीवी थोड़ी ना लगा सकते हैं। वहां भी तो प्रोटोकॉल है, आप यह थोड़ी ना रिकॉर्ड करेंगे कि सबसे क्या बात करते हैं।