नई एनडीए सरकार में शिवराज, सिंधिया का मंत्री बनना तय!- बाकी की राह में गठबंधन का फंस सकता है

भोपाल। लोकसभा चुनाव में भाजपा मध्य प्रदेश में क्लीन स्वीप करती नजर आ रही है। वहीं, एक बार फिर केंद्र में एनडीए की सरकार बनती दिख रही है। ऐसे में मध्य प्रदेश से दिग्गज नेताओं को नई केंद्र सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा का नाम भी चर्चा में आगे है। हालांकि, मंत्री पद की कतार में अन्य नेताओं के नाम भी हैं, लेकिन चूंकि भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, इसलिए इनके मंत्री बनने की राह में एनडीए के सहयोगी दलों की हिस्सेदारी का पेच फंस गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा संसदीय सीट से 8.21 लाख मतों से जीत हासिल की है। देश में सर्वाधिक वोट से जीतने वाले नेताओं में शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए है। चार बार के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान छठवीं बार विदिशा से सांसद चुने गए। शिवराज सिंह चौहान की प्रदेश और देश में मामा के रूप में पहचान है। शिवराज सिंह चौहान की लाडली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन जैसी योजनाओं को दूसरे राज्यों ने अपनाया है। अब मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना को भी पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुत लाभ मिला है। शिवराज सिंह चौहान ओबीसी वर्ग से आते हैं। उनको केंद्र में बड़ी जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा है। इसके संकेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान हरदा की रैली में ही दे दिए थे। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि उनको जिताएं मैं उनको साथ ले जाना चाहता हूं। ऐसे में एनडीए गठबंधन की सरकार बनने पर शिवराज सिंह चौहान को केंद्र सरकार में कृषि मंत्री बनाया जा सकता है।
सिंधिया को भी मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
वहीं, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस चुनाव में 5.40 लाख वोटों से जीत दर्ज की है। पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर वह भाजपा के केपी यादव से चुनाव हार गए थे। उनके भाजपा में शामिल होने के बाद उनको राज्यसभा भेजा गया और केंद्रीय मंत्री बनाया गया। उनको कद पार्टी में लगातार बढ़ाया गया। इस बार भी सरकार में उनको बड़ी जिम्मेदारी मिलना तय है।
इनकी भी किस्मत खुलेगी
केंद्र सरकार में मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने मंडला लोकसभा सीट पर आठवीं बार जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस के ओमकार सिंह मरकाम को एक लाख से अधिक वोटों से हराया। कुलस्ते को अनुसूचित जनजाति वर्ग से आने के चलते फिर कैबिनेट में जगह मिल सकती है। वहीं, टीकमगढ़ से सांसद और वीरेंद्र खटीक को भी अनुसूचित जाति वर्ग से होने के चलते फिर मोदी सरकार में जगह मिल सकती है। इसके अलावा प्रदेश और देश में सबसे बड़ी 11 लाख 75 हजार वोटों से जीतने वाले शंकर लालवानी को भी इस बार मौका मिल सकता है। वह एकमात्र सिंधी वर्ग से आने वाले सांसद है। खरगोन से प्रत्याशी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पांच लाख 25 हजार वोटों से चुनाव जीता है। उनके नेतृत्व में प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नगर निगम और उप चुनाव में भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इस बार उनको भी केंद्र में कोई जिम्मेदारी मिल सकती है।
विनोद उपाध्याय / 04 जून, 2024