नई दिल्ली । झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक बार फिर अपने पुराने अंदाज में आ गए हैं। लोगों से मिल रहे हैं और विरोधियों के एक एक दांव को कामयाब नहीं होने दे रहे हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आरोप लगाया कि भाजपा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकप्रियता से भयभीत है इसीलिए वह उनके खिलाफ एक और षड्यंत्र रच रही है।
झामुमो की यह प्रतिक्रिया ईडी द्वारा कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में सोरेन को जमानत देने के झारखंड हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने के बाद आई है। बता दें कि सोरेन को 28 जून को हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया था। उन्हें चार जुलाई को मुख्यमंत्री चुना गया और सोमवार पांच जुलाई को उन्होंने विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया। ईडी द्वारा 31 जनवरी को गिरफ्तार किए जाने से कुछ समय पहले ही सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। झारखंड में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि उच्च न्यायालय ने पाया कि सोरेन के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है। उन्होंने सोमवार को कहा कि एजेंसी ने संभवत: भाजपा के निर्देश पर उच्चतम न्यायालय का रुख किया है। पांडेय ने कहा, हेमंत सोरेन का झारखंड में फिर से मुख्यमंत्री बनना भाजपा को हजम नहीं हो रहा है। सोरेन की लोकप्रियता ने उन्हें डरा दिया है। विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने नयी साजिश रचनी शुरू कर दी है।