प्रदेश सरकार और संगठन में फेरबदल के कयास लगने लगे
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में उपचुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी में बहुत तेजी से जोड़-तोड़ के साथ ही उठा-पटक शुरु कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर 30 मंत्रियों की एक टीम बनाई है, जिसमें प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री गायब हैं। सीएम योगी की टीम में केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक को शामिल नहीं किए जाने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
सीएम योगी की स्पेशल 30 टीम को यूपी के 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की संपूर्ण जिम्मेदारी सौंपने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि सीएम योगी ने अपने स्पेशल 30 के जरिए ही यूपी में होने जा रहे उपचुनाव को जीतने का प्लान बना रखा है, इसमें दोनों ही उपमुख्यमंत्री नहीं रखे गए हैं। इस टीम में शामिल मंत्रियों के नाम इस प्रकार बताए गए हैं-
सीसामऊ विधानसभा – सुरेश खन्ना और नितिन अग्रवाल।
खैर विधानसभा – लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह।
करहल विधानसभा – जयवीर सिंह, योगेंद्र उपाध्याय और अजीत पाल सिंह।
मिल्कीपुर विधानसभा – सूर्य प्रताप शाही, मयंकेश्वर शरण सिंह, गिरीश यादव और सतीश शर्मा।
कटेहरी विधानसभा – स्वतंत्र देव सिंह, आशीष पटेल और दयाशंकर मिश्र।
फूलपुर विधानसभा – दयाशंकर सिंह और राकेश सचान।
मझवां विधानसभा – अनिल राजभर, आशीष पटेल, रविंद्र जायसवाल और रामकेश निषाद।
ग़ाज़ियाबाद सदर विधानसभा – सुनील शर्मा, बृजेश सिंह और कपिल देव अग्रवाल
मीरापुर विधानसभा – अनिल कुमार, सोमेन्द्र तोमर और केपीएस मलिक।
कुंदरकी विधानसभा – धर्मपाल सिंह, जेपीएस राठौर, जसवंत सैनी और गुलाब देवी।
इस सूची को देखने के बाद कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अंदर खाने सब ठीक नहीं चल रहा है। दरअसल इससे पहले पिछले मंगलवार को ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और बुधवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर अपनी बात रखी थी। मौर्य ने तो ट्वीट करते हुए यह भी कहा था कि जो कार्यकर्ता का दर्द है, वही मेरा दर्द है। इसके बाद कहा जाने लगा था कि प्रदेश की राजनीति में कुछ बड़ा होने जा रहा है। ऐसे हालात में मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार को मंत्रियों की बैठक बुलाई, इसे लेकर भी चर्चाओं का दौर आम हो गया है। इसके साथ ही प्रदेश भाजपा और सरकार में किसी बड़े फेरबदल की कयास लगाए जा रहे हैं।