तेज बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त, पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन

दिल्ली में मौसम खेल रहा आंख मिचौली, देश के कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात
नई दिल्ली,(ईएमएस)। दिल्ली में मौसम आंख मिचौली खेल रहा है कभी बारिश तो कभी धूप निकल रही है। उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं। वहीं, देश के पहाड़ों इलाकों में भूस्खलन के साथ बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्तव्यस्त कर दिया है। राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में हल्की से भारी बारिश जारी है। असम, पश्चिम बंगाल के साथ ही महाराष्ट्र के कोल्हापुर और आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने गए हैं। कोल्हापुर जिले में पिछले दो दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है। इस बारिश के कारण जिले के 83 बांध पानी में समा गए हैं। ओडिशा में मौसम विभाग ने भारी बारिश के चलते 13 जिलों में हाई अलर्ट जारी किया हुआ है।
दिल्ली के कुछ हिस्सों में शनिवार को बारिश हुई। शहर में अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 1.4 डिग्री ज्यादा था। मौसम विभाग ने रविवार को दिल्ली में बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान 36 और 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। वहीं, नोएडा और गुड़गांव में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिन तक हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। वहीं उत्तरप्रदेश के कई शहर में मध्यम से तेज बारिश हुई। हालांकि, बारिश के बाद धूप से उमस ने लोगों को परेशान कर दिया। दिनभर उमस के कारण लोग बेहाल रहे। शनिवार को दिन का पारा 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं रात का पारा 29 डिग्री सेल्सियस रहा। लखनऊ में मौसम में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। रविवार को आंशिक बादल छाए रहेंगे और छिटपुट बारिश की उम्मीद है। तापमान में मामूली इजाफा हो सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एम दानिश ने बताया कि अगले दो दिन पूरे प्रदेश में छिटपुट बारिश हो सकती है। 30 जुलाई से मौसम में बदलाव हो सकता है। 30 जुलाई से मानसून ट्रफ के उत्तर की तरफ आ सकता है जो अभी दक्षिण की तरफ है। इसके कारण बारिश में कमी आ रही है।
उत्तराखंड के कई इलाकों में बारिश और भूस्खलन हो रहा है। रुद्रप्रयाग जिले में शनिवार को सोनप्रयाग स्थित सोन नदी के तेज बहाव से सड़क का एक हिस्सा बह गया। रास्ते को खोलकर करीब 2500 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया। बारिश के कारण रुद्रप्रयाग में कोटेश्वर महादेव गुफा में भी पानी भर गया है। उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री में भागीरथी का जलस्तर बढ़ने से उसका जलस्तर गंगोत्री में आरती स्थल भागीरथ शिला तक आ गया आया है। गढ़वाल क्षेत्र में अलकनंदा और मंदाकिनी नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंच गई हैं।
शिमला मौसम विभाग ने 31 जुलाई तक राज्य के आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया जबकि दो अगस्त तक बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग ने तेज हवाओं के कारण बागानों, खड़ी फसलों, कमजोर संरचनाओं और ‘कच्चे’ मकानों को नुकसान पहुंचने और निचले इलाकों में जलभराव की चेतावनी दी है। प्रदेश में 27 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से बारिश से संबंधित घटनाओं में 56 लोगों की मौत हो गई है।
बिहार के अधिकांश जिले बारिश का इंतजार कर रहे हैं। पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर जैसे जिलों में बादलों की बेरुखी ने किसानों की उम्मीदें तोड़ दी हैं। खेत सूखने लगे हैं। धान की फसल झुलसने लगी है। किसान निराश और चिंतित हैं। मौसम विभाग की मानें तो अभी बारिश की उम्मीद नहीं है। हालांकि कई जिलों में हल्की बारिश की उम्मीद है। धान का कटोरा कहे जाने वाला शाहाबाद में भी इस साल सामान्य से कम बारिश हुई।
राजस्थान में बारिश का दौर जारी है। बीते 24 घंटे में बांसवाड़ा, बूंदी, भरतपुर जिले में मूसलाधार बारिश हुई। मौसम केंद्र के मुताबिक आगामी एक सप्ताह मानसून सक्रिय रहने और बारिश होने की संभावना है। मौसम केंद्र के मुताबिक उत्तरी बंगाल की खाड़ी व बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल तट पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है। उपरोक्त तंत्र के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के अनेक स्थानों पर एक सप्ताह मानसून सक्रिय रहने और बारिश होने की संभावना है।
उत्तरी बंगाल की खाड़ी और उससे लगे बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों और गंगीय पश्चिम बंगाल में एक महीने में तीसरी बार निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से अगले चार दिनों तक ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 13 जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है क्योंकि उत्तरी ओडिशा में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।