सीमांचल में निकली केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा

कटिहार। इन दिनों भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बिहार के सीमांचल क्षेत्र में हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाले हुए हैं। शुक्रवार को भागलपुर से उन्होंने अपनी इस यात्रा को शुरू किया। गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा विशेष रूप से सीमांचल के जिलों में निकलेगी। इसी क्रम में वे शनिवार सुबह कटिहार के यगशाला मैदान पहुंचे जहां से इस यात्रा को सीमांचल में शुरू किया। यगशाला मैदान से उनकी ये यात्रा शुरू हुई जो बिनोदपुर होते हुए राजेंद्र स्टेडियम में पहुंची जहाँ उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित किया और इसके बाद उनकी विधिवत यात्रा की शुरुआत हुई। इस यात्रा में एमएलसी अशोक अग्रवाल समेत कई भाजपा नेता भी मौजूद रहे। खासकर बड़ी संख्या में महिलाओं की भी मौजूदगी रही। कटिहार के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए यह यात्रा आगे पूर्णिया की ओर प्रस्थान कर गई। उनकी यह यात्रा पूर्णिया, अररिया होते हुए 22 अक्टूबर को किशनगंज में जाकर समाप्त होगी। इस यात्रा से अगले चार दिनों तक सीमांचल की राजनीति गरमायी रहेगी। उधर राजद समेत पूरा विपक्ष गिरिराज सिंह तथा भाजपा के ऊपर इस यात्रा को लेकर हमलावर है। गिरिराज सिंह पर सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप है। जबकि गिरिराज सिंह का कहना है कि वो दंगा करवाने नहीं बल्कि दंगा रोकने ये यात्रा कर रहे हैं। गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को भागलपुर में हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकली। इसके बाद गिरिराज सिंह भागलपुर से शुक्रवार देर शाम कटिहार पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। बाद में उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वो दंगा कराने वाले लोग नहीं हैं, हम दंगा रोकने वाले लोग हैं। उन्होंने सीमांचल में अपनी यात्रा को लेकर कहा कि जिनको एतराज है मेरी बात से मैं उनसे निवेदन करता हूं कि 10 दिन आकर कटिहार, अररिया, पूर्णिया और किशनगंज में रहें, तब पता चलेगा लव जिहाद किसको कहते हैं। पहले लव जिहाद लड़कियों का ही होता था अब लड़कों का भी लव जिहाद हो रहा है। उन्होंने विपक्ष के हमले पर जवाब देते हुए कहा कि जब ओवैसी यहां आकर मुसलमानों को जमा करते हैं तो कोई सवाल नहीं करता। लेकिन मैं आता हूं तो ये सवाल करते हैं। गिरिराज सिंह ने कहा कि वे हिंदू को जगाने तथा उसे एकजुट करने के उद्देश्य से ये यात्रा निकाल रहे हैं. जब तक हिंदू व सनातनी एकजुट रहेंगे। तभी भारत का लोकतंत्र मजबूत रहेगा।