भोपाल । ऑस्ट्रेलिया देश के न्यू साउथ वेल्स प्रांत की राजधानी सिडनी में सशक्त,सतत व समावेशी लोकतंत्र के लिए रूपरेखा निर्धारण थीम पर 67वाँ राष्ट्रमण्डल देशों का संसदीय सम्मेलन आयोजित है। आज इसका शुभारंभ राष्ट्रमंडल देशों के प्रतिनिधिमंडलों की उपस्थिति में न्यू साउथ वेल्स राज्य की राज्यपाल,राज्य संसद के अध्यक्ष तथा प्रीमियर द्वारा किया गया। इसी अवसर पर आयोजित राष्ट्रमंडल देशों की संसद एवं विधानमंडलों के सचिवों के वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मिलन में विधान सभा के प्रमुख सचिव व सचिव भाग ले रहे हैं।
प्रथम दिन इस में भाग लेते हुए ए पी सिह,प्रमुख सचिव मप्र विधान सभा ने विचार व्यक्त किये कि संसदीय समितियाँ विधायिका की अनुपूरक हैं, सर्व दलीय आधार पर गठित इन समितियों की संसदीय प्रणाली में महत्व पूर्ण भूमिका होती है।स्थायी विधायी समितियाँ सतत रूप से कार्यरत रहती हैं जबकि प्रवर समितियों का कार्यकाल विधेयक परीक्षण ,प्रकरण जाँच या कार्य विशेष मध्य प्रदेश की नव गठित विधान सभा में माननीय अध्यक्ष के मार्गदर्शन में वित्तीय व अन्य विधायी समितियों द्वारा कार्यपालिका के कार्य एवं नीतियों का प्रभावी रूप से परीक्षण किया जा रहा है।सत्र समाप्ति के तुरंत बाद यह समितियाँ कार्य प्रारम्भ कर देती हैं इस लिए संसदीय व्यवस्था के कार्यकरण के हित में इन्हें और प्रभावी बनाया जाना चाहिए।