लाइफलाइन एक्सप्रेस: पटरी पर चलने वाली एंबुलेंस, जो 1991 से बचा रही लोगों की जान

नई दिल्ली । आपातकालीन स्थितियों में एंबुलेंस जीवन रक्षक साबित होती है। सड़कों पर दुर्घटना होने पर एंबुलेंस तुरंत सहायता प्रदान करती है, लेकिन अगर किसी ट्रेन दुर्घटना या दूरदराज के इलाकों में मेडिकल सहायता की जरूरत हो, तो वहां एंबुलेंस के पहुंचने में मुश्किल होती है। ऐसी स्थितियों के लिए भारतीय रेलवे ने एक विशेष पहल की है। इसे लाइफलाइन एक्सप्रेस नाम दिया गया है, जो पटरी पर चलने वाला एक चलता-फिरता अस्पताल है।
यहां बताते चलें कि पिछले कुछ महीनों में कई ट्रेन हादसों के दौरान लाइफलाइन एक्सप्रेस ने ही मरीजों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लाइफलाइन एक्सप्रेस की शुरुआत 1991 में भारतीय रेलवे द्वारा की गई थी। इस ट्रेन का उद्देश्य उन गरीब और जरूरतमंद लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है, जो बड़े शहरों में इलाज कराने में असमर्थ हैं। खासकर, दूरदराज के इलाकों में शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए यह ट्रेन एंबुलेंस वरदान साबित होती है।
लाइफलाइन एक्सप्रेस में उपलब्ध सुविधाएं
लाइफलाइन एक्सप्रेस को पूरी तरह से एक अस्पताल के रूप में तैयार किया गया है। इसमें आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के साथ-साथ एक समर्पित मेडिकल स्टाफ भी है। इस ट्रेन में मौजूद सुविधाओं में शामिल हैं:
ऑपरेशन थिएटर – अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर में छोटे और बड़े ऑपरेशन किए जा सकते हैं।
पेशेंट बेड और मेडिकल वार्ड – ट्रेन में मरीजों के आराम और उपचार के लिए बेड और मेडिकल वार्ड की व्यवस्था है।
आधुनिक मशीनें – जरूरी मेडिकल जांच और इलाज के लिए विभिन्न आधुनिक उपकरण और मशीनें उपलब्ध हैं।
पावर जनरेटर – प्रत्येक कोच में पावर जनरेटर की सुविधा है, ताकि बिजली की उपलब्धता निरंतर बनी रहे।
पेंट्री कार – मरीजों और मेडिकल स्टाफ के लिए भोजन की सुविधा भी ट्रेन में ही उपलब्ध है।
कैसे मददगार है लाइफलाइन एक्सप्रेस?
लाइफलाइन एक्सप्रेस का मुख्य उद्देश्य उन क्षेत्रों तक पहुंचना है जहां सामान्य अस्पताल और डॉक्टरों की सुविधा नहीं है। इसके अलावा, यह ट्रेन, रेल दुर्घटनाओं के दौरान मौके पर ही प्राथमिक उपचार और इलाज की सुविधा भी प्रदान करती है। जिन इलाकों में एंबुलेंस नहीं पहुंच सकती, वहां यह ट्रेन पहुंचकर जीवनरक्षक सेवाएं प्रदान करती है।
लाइफलाइन एक्सप्रेस एक अनोखा प्रयास है जो न केवल ट्रेन दुर्घटनाओं में बल्कि देश के दूरस्थ और ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा सेवाओं को सुलभ बनाती है। यह भारतीय रेलवे की ओर से एक महत्वपूर्ण योगदान है, जो देश के प्रत्येक नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।