इन्दौर शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों से संबंधित नगर निगम में जमा टैक्स की जानकारी एम आई सी सदस्य द्वारा पत्र लिखकर मांगने पर विवाद खड़ा हो गया है। जिसके बाद एम आई सी सदस्य का यह विवादित पत्र अब सोशल साइट्स पर वायरल हो रहा है। पत्र में इन्दौर नगर निगम वार्ड 64 के भाजपा पार्षद और एम आई सी सदस्य मनीष शर्मा मामा ने निगमायुक्त से पूछा है कि, इंदौर के आजाद नगर, चंदन नगर, खजराना और बंबई बाजार के रहवासियों ने संपत्ति कर, जल कर, कचरा कर कितना जमा किया है। तथा इन इलाकों में कितने अवैध मकान, अवैध नल कनेक्शन और कितनी मीट की अस्थायी दुकानें हैं। यही नहीं पार्षद शर्मा ने पत्र में यह भी पूछा है कि इन क्षेत्रों के जो लोग कई सालों से टैक्स जमा नहीं कर रहे उन पर निगम ने क्या कार्रवाई की। पार्षद शर्मा ने निगमायुक्त से मामलों में सात दिन में जानकारी मांगी है। बता दें कि पार्षद शर्मा ने इन्दौर के जिन इलाकों की उक्त जानकारी मांगी है वे सभी मुस्लिम बहुल इलाके हैं। इसके चलते ही विवाद शुरू हो गया है। पार्षद मनीष शर्मा का उक्त पत्र जैसे ही सोशल साइट्स पर वायरल हुआ वैसे ही कांग्रेस एक्शन मोड में आई और कांग्रेसियों ने भी इसको लेकर अपने सोशल अकाउंट पर पोस्ट करना शुरू कर दिया। मप्र कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता डॉ. अमिनुल खान सूरी ने शर्मा के पत्र को लेकर अपने एक्स हैंडल पर आपत्ति जताते और कितना गिरोगें कितना बांटोगे देश को … कैप्शन के साथ लिखा है कि …शहर के अंदर जो निम्न स्तर प्रतिस्पर्धा चल रही हैं, मंत्री, विधायक पुत्र और महापौर के बीच में उसमें अब MIC सदस्य की भी एंट्री हो गई है। अगर आप सही में शहर के हितैषी होते तो आप पूरी शहर की ऐसी मांग करते हैं पर आपको उससे कोई मतलब थोड़ी है… आपका तो काम शहर को बाटना है… और होगा भी क्यों नहीं जो आपने अपने राजनैतिक गुरु से सीखा है वही तो प्रदर्शित करेंगे.. शहर के कंश मामा सुनने में तो ये भी आया कि आपके खुद के घर का टैक्स बकाया है????