वायु प्रदूषण के चलते बंद हुए स्कूल, लागू हुआ ग्रेप स्टेज 4

खतरनाक वायु गुणवत्ता स्तर का सामना कर रहे दिल्लीवासी
नई दिल्ली । दिल्ली-एनसीआर लगातार पांच दिनों से खतरनाक वायु गुणवत्ता स्तर का सामना कर रहा है। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) स्टेज 4 जैसे कड़े कदम प्रदूषण कम करने के लिए लागू किए गए हैं। इसके तहत अगले आदेश तक कक्षा 10वीं और 12वीं को छोड़कर सभी कक्षाओं के लिए फिजिकल क्लासेस रद्द कर दी गई हैं। स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। आवश्यक सामान ले जाने वाले वाहनों को छोड़कर, दिल्ली में रजिस्टर्ड डीज़ल से चलने वाले मध्यम और भारी ट्रकों पर प्रतिबंध लगाया गया है। ऑफिसों को वर्क फ्रॉम होम अपनाने का सुझाव दिया गया है।
दिल्ली-एनसीआर की ही तरह हरियाणा में भी वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए फिजिकल कक्षाएं अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया है। फिलहाल स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखा जाएगा। स्थिति में सुधार होने पर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग और संबंधित सरकारें इस पर पुनर्विचार करेंगी। वायु प्रदूषण की स्थिति को सुधारने के लिए लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे निजी वाहनों के उपयोग में कमी करें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
दिल्ली में सोमवार सुबह कोहरे और स्मॉग की चादर छाई रही। मौसम विभाग ने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। सुबह – शाम मध्यम से घना कोहरा होने की संभावना व्यक्त की गई है। एयरपोर्ट, हाइवे, रेलवे रूट्स पर कोहरे को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। दिल्ली एयरपोर्ट पर कम विजिबिलिटी रही। दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी लिमिटेड का कहना है कि सभी उड़ानों का संचालन वर्तमान में सामान्य हैं। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे फ्लाइट्स की जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें। वहीं, सोमवार सुबह 7 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 481 था, जिसे ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में रखा जाता है।
दिल्ली में धुंध की मोटी चादर छाने के साथ ही वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की उप-समिति ने दिल्ली-एनसीआर के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के चरण 4 को लागू करने का फैसला किया है, जो ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता की स्थिति के कारण 18 नवंबर की सुबह 8 बजे से लागू हो गया। दिल्ली सरकार ने जूनियर कक्षाओं के ऑनलाइन होने से प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए 14 नवंबर को ग्रेप चरण 3 प्रतिबंध पहले ही लगा दिए थे। इसके अतिरिक्त, सरकार जल्द ही ऑड-ईवन प्रतिबंध लगाने का विकल्प भी चुन सकती है।