ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर तोड़ने का वीडियो वायरल, कंपनी की सर्विस पर सवाल

नई दिल्ली । सोशल मीडिया पर ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर तोड़ने का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक ग्राहक शोरूम के सामने अपने स्कूटर को हथौड़े से तोड़ता नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि ग्राहक ने एक महीने पहले स्कूटर खरीदा था, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण उसे मरम्मत के लिए 90,000 रुपये का खर्च बताया गया। इस घटना ने ओला इलेक्ट्रिक की प्रोडक्ट क्वालिटी और कस्टमर सर्विस पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ओला इलेक्ट्रिक स्कूटरों में सॉफ्टवेयर हैंग होने, बैटरी खराब होने और हार्डवेयर की अन्य समस्याओं की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि कंपनी के सर्विस सेंटर सीमित हैं, जिससे स्कूटर की मरम्मत के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। इसके अलावा, स्कूटर पार्ट्स की कीमतें भी काफी अधिक हैं, जिससे ग्राहकों की परेशानी और बढ़ रही है।
केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने ओला इलेक्ट्रिक की उपभोक्ता शिकायत समाधान प्रक्रिया की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। हाल ही में कंपनी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। ओला इलेक्ट्रिक ने दावा किया है कि उसने राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (एनसीएच) पर दर्ज 10,644 शिकायतों में से 99.1% का समाधान कर लिया है, लेकिन ग्राहकों की शिकायतें अभी भी बनी हुई हैं। ग्राहकों की बढ़ती शिकायतों और खराब सर्विस के चलते ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई है। शुक्रवार को कंपनी का शेयर 69.19 रुपये पर बंद हुआ, जो उसके ऑल-टाइम हाई 157.40 रुपये से 56% कम है। इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप भी 69,000 करोड़ रुपये से घटकर 31,000 करोड़ रुपये पर आ गया है।
यह मामला ओला इलेक्ट्रिक के लिए गंभीर चुनौती बनता जा रहा है। ग्राहकों की समस्याओं को दूर करने और प्रोडक्ट क्वालिटी में सुधार करने की जरूरत स्पष्ट है। इसके अलावा, सर्विस नेटवर्क के विस्तार और उपभोक्ताओं के विश्वास को दोबारा हासिल करने के लिए कंपनी को ठोस कदम उठाने होंगे। वायरल वीडियो और ग्राहकों की बढ़ती नाराजगी से ओला इलेक्ट्रिक के प्रबंधन पर दबाव बढ़ गया है। कंपनी के सीईओ भाविश अग्रवाल को जल्द ही समाधान पेश करना होगा, अन्यथा यह स्थिति ओला की साख और बाजार हिस्सेदारी पर और नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।