:: प्रधानमंत्री मोदी 24 फरवरी को करेंगे जीआईएस 2025 का शुभारंभ ::
:: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जीआईएस 2025 की तैयारियों के संबंध में ली समीक्षा बैठक ::
भोपाल/इन्दौर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि ग्लोबल इन्वेसर्टस समिट (जीआईएस) एक वैश्विक समागम है। इसलिए इसकी व्यवस्थाओं में कोई भी कमी न रहे। दो महीने से भी कम समय शेष है, इसलिए समय रहते सभी प्रकार की तैयारियां पुखता तरीके से कर ली जाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मुख्यमंत्री निवास में जीआईएस 2025 की तैयारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि जीआईएस में बड़े सेक्टर्स पर फोकस करते हुए ऐसी गतिविधियां आयोजित करें, जिससे ठोस परिणाम मिलें। जीआईएस 2025 में देश -विदेश से आने वाले सभी मेहमानों के रहने-खाने एवं आसपास के पर्यटन स्थलों पर आने -जाने एवं भ्रमण की समुचित व्यवस्था की जाए। मेहमानों को होम स्टे के बारे में भी बताया जाए। इस कार्य के लिए संस्कृति, वन, पर्यटन एवं स्थानीय प्रशासन आपसी समन्वय के साथ भोपाल शहर के सौंदर्यीकरण के कायों के लिए भी अभी से युद्ध स्तर पर तैयारियों शुरू कर दें। बैठक में मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा, औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह, एमडी एमपीआईडीसी चंद्रमौली शुक्ला, कमिश्नर भोपाल संजीव सिंह, एमडी पर्यटन विकास निगम इलैया राजा टी., कलेक्टर भोपाल कौशलेंद्र विक्रम सिंह, संचालक जनसम्पर्क अंशुल गुप्ता तथा उद्योग विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विशेषताओं को संजोए हुए जीआईएस 2025 का ऐसा भव्य आयोजन किया जाए कि यह आने वाले प्रतिभागियों के जीवन की बेहतरीन यादों में शामिल हो जाए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष घोषित किया गया है, अत: साल भर प्रदेश के विभिन्न संभागों में हर महीने किसी एक सेक्टर जैसे पावर सेक्टर, नवकरणीय ऊर्जा, ऑटो, एग्रो, पर्यटन, माइनिंग, हेल्थ, एजुकेशन और आईटी सेक्टर पर आधारित सेक्टोरल एक्सपो या कॉन्क्लेव का आयोजन भी किया जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इन गतिविधियों का विभागीय वार्षिक केलेण्डर जल्द से जल्द तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने एक नवाचार का सुझाव भी दिया कि इंडस्ट्री के संतुलित विकास के लिए उद्योग जगत से जुड़े हुए विशेषज्ञों, उद्योग संघों, संगठनों के साथ मंथन कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। जिसमें प्रदेश में सुव्यवस्थित, सरल और सुगम उद्योगीकरण की दिशा में विस्तृत विचार मंथन हो सके।
औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह ने जीआईएस 2025 की अब तक की तैयारियों एवं भावी रूप रेखाओं के बारे में पीपीटी प्रदर्शन के जरिए विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बतया कि प्रदेश का 8वां ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस 2025) भोपाल के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय परिसर में आयोजित किया जाएगा। इसमें 20 हजार से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होंने का अनुमान है। इसलिए इसी आधार पर तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय वैश्वविक निवेशक सम्मेलन में राज्य के औद्योगिक ईको सिस्टम एवं प्रदेश में उपलब्ध निवेश संभावनाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समग्रता के साथ प्रस्तुत करने के प्रयास किए जाएंगे। इसमें 25 देशों के लगभग एक हजार प्रतिभागी शामिल होंगे। इस समिट में एवीजीसी शो, एमपी पैवेलियन, एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) पैवेलियन, फ्रेंचाइजी एमपी शो आदि विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
:: फायर साइड चैट ::
प्रमुख सचिव ने बताया कि जीआईएस के एक दिन पूर्व 23 फरवरी की शाम को फायर साइड चैट का आयोजन किया जाएगा। इस वर्चुअल संवाद में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देश के बड़े उद्योगपतियों एवं निवेशकों के साथ संवाद करेंगे। इस चैट शो में मध्यप्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य की खुबियों, अब तक की प्रगति तथा मध्यप्रदेश को 2047 तक विकसित प्रदेश बनाने के लिए तैयार किए गए रोड मेप एवं रीजनल ग्रोथ पर भी चर्चा होगी।
:: 24 फरवरी को शुभारंभ के साथ ही प्रारंभ हो जाएंगी समिट और एक्सपो गतिविधियां ::
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 फरवरी को जीआईएस 2025 का विधिवत् शुभारंभ करेंगे। इस दिन आईटी एवं टेक्नालॉजी समिट होगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन मीटिंग करेंगे। साथ ही एमपी मोबिलिटी एक्सपो, सेंट्रल इंडिया फेब्रिक एवं फैशन एक्सपो, एमपी लिगेसी पवेलियन की गतिविधियां, बी-टू-बी मीटिंग्स भी समानांतर चलेंगी।
:: 25 फरवरी को होगी प्रवासी एमपी समिट एवं एमपी मोबिलिटी एक्सपो ::
जीआईएस-2025 के दूसरे दिन 25 फरवरी को मुख्यमंत्री डॉ. यादव उद्योगपतियों एवं निवेशकों के साथ वन-टू-वन मीटिंग करेंगे। साथ ही प्रवासी एमपी समिट, इन्फ्रास्ट्रक्चर एण्ड अर्बन डेवलपमेंट समिट और टूरिज्म समिट, एमएसएमई तथा स्टार्टअप समिट, माइनिंग समिट, ऊर्जा एवं नवकरणीय ऊर्जा समिट भी होंगी। साथ ही एमपी मोबिलिटी एक्सपो, सेंट्रल इंडिया फैब्रिक एण्ड फैशन एक्सपो, एमपी पैवेलियन की गतिविधियां, बिजनस टू बिजनेस (बी-टू-बी) मीटिंग्स एवं बिजनेस टू कन्ज्यूमर्स (बी-टू-सी) मीटिंग्स भी समानांतर चलेंगी।
:: थीमेटिक सेशन ::
जीआईएस के दूसरे दिन 25 फरवरी को सुबह 10:30 से शाम 5:30 तक छह थीमेटिक सेशन होंगे। हायर एजूकेशन एवं स्किल डेवलपमेंट,फूड प्रोसेसिंग एवं हार्टिकल्चर, स्माल स्केल एवं कॉटेज इंडस्ट्री, टेक्सटाइल एवं अपैरल और फार्मास्यूटिकल सेक्टर्स पर सत्र आयोजित किए जाएंगे।
:: कंट्री सेशन ::
जीआईएस 2025 के दूसरे दिन ही 25 फरवरी को कंट्री सेशन भी होंगे। जिसमें जर्मनी द्वारा इंजीनियरिंग एक्सीलेंस एण्ड सस्टेनबिलिटी, यूनाईटेड किंगडम (यूके) द्वारा शिक्षा, आईटी एवं सेवा क्षेत्र में, साऊथ कोरिया द्वारा इनोवेशन इन टेक्नॉलाजी एण्ड स्मार्ट मेन्यूफेक्चरिंग सेक्टर में तथा जापान द्वारा एडवांस टेक्नॉलाजीस एण्ड इंडस्ट्रियल कोलेबोरेशन सेक्टर में विस्तृत चर्चा की जाएगी।
:: सीआईआई नेशनल काऊंसिल मीट ::
जीआईएएस के पहले दिन 24 फरवरी को कर्न्फेडरेशन ऑफ इंडियन इन्डस्ट्रीज (सीआईआई) के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं डायरेक्टर जनरल सहित प्रमुख उद्योगपतियों की उपस्थिति में सीआईआई की नेशनल काऊंसिल मीट होगी। इसमें मध्यप्रदेश को भारत के औद्योगिक एवं आर्थिक केंद्र के रूप में स्थापित करने तथा विकसित मध्यप्रदेश के विजन को साकार करने के लिए व्यापक रणनीति एवं कार्ययोजना तैयार करने पर ठोस चर्चा होगी।