नई दिल्ली । भारत में 5 में से 4 लोग यानी 82 प्रतिशत प्रोफेशनल्स इस साल नई नौकरी ढूंढने की योजना बना रहे हैं। रिसर्च के मुताबिक, 55 प्रतिशत लोगों का मानना है कि पिछले साल नौकरी खोजना पहले के मुकाबले ज्यादा मुश्किल हो गया। रिपोर्ट के अनुसार, 69 प्रतिशत भारतीय एचआर (एचआर) प्रोफेशनल्स का कहना है कि योग्य टैलेंट को ढूंढना अब पहले से ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो चुका है। इससे यह संकेत मिलता है कि 2025 में प्रोफेशनल्स को नौकरी के लिए अप्लाई करने और जॉब पाने के तरीके में बदलाव करने की जरूरत पड़ सकती है। 2024 में नौकरी खोजने वालों को सुस्त लेबर मार्केट का सामना करना पड़ा, जहां ज्यादा मूवमेंट नहीं दिखाई दिया। नए साल की शुरुआत में, हर पांच में से एक (15प्रतिशत) वर्किंग प्रोफेशनल, जो 2024 में नई नौकरी की तलाश में थे, अब भी अपनी खोज जारी रखे हुए हैं। बाजार की कठिन परिस्थितियों के कारण, 37 प्रतिशत पेशेवरों ने कहा है कि वे 2025 में नई नौकरी की तलाश करने की योजना नहीं बना रहे।
हालांकि, कई लोगों में आत्मविश्वास बढ़ा है, क्योंकि 58 प्रतिशत का मानना है कि 2025 में नौकरी बाजार में सुधार होगा और वे नई नौकरी पाने को लेकर पॉजिटिव हैं। जानकारों ने कहा, “जॉब मार्केट कठिन जरूर है, लेकिन यह भारतीयों को अपनी जॉब सर्च को ज्यादा सोच-समझकर प्लान करने की याद दिलाता है। सही स्किल्स डेवलप करना महत्वपूर्ण है, लेकिन साथ ही अपना प्रोफाइल अपडेट रखना और अपनी स्किल्स से मेल खाते रोल्स पर फोकस करना भी जरूरी है।
रिपोर्ट के अनुसार, 49 प्रतिशत प्रोफेशनल्स नई नौकरियों के लिए मल्टीपल आवेदन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कम जवाब मिल रहे हैं। वहीं, 27 प्रतिशत एचआर प्रोफेशनल्स हर दिन 3-5 घंटे आवदेन रिव्यू करने में लगाते हैं, जबकि 55 प्रतिशत का कहना है कि उन्हें मिलने वाली आधी से कम एप्लिकेशंस उनके क्राइटेरिया पर खरी उतरती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 60 प्रतिशत प्रोफेशनल्स भारत में नए इंडस्ट्री या एरिया में काम करने के लिए ओपन हैं। साथ ही, 39 प्रतिशत प्रोफेशनल्स इस साल नई स्किल्स सीखने की प्लानिंग कर रहे हैं, ताकि उनके लिए ज्यादा मौके खुल सकें।