जम्मू । एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन को 15 मार्च को खोल दिया जाएगा। इस साल सैलानियों को 1.7 मिलियन ट्यूलिप बल्ब देखने को मिलने वाले है।
बागवानी विभाग कश्मीर और प्रशासन के अधिकारियों ने एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन में आगंतुकों की अधिक भीड़ को देखकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। वर्तमान में 100 माली और दिहाड़ी मजदूर सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने और गार्डन को जनता के लिए तैयार करने के लिए काम कर रहे है। डल झील और जबरवान पहाड़ियों के बीच स्थित प्रसिद्ध इंदिरा गांधी मैमोरियल ट्यूलिप गार्डन में इस साल नीदरलैंड से आयातित 2 और किस्में शामिल होंगी। नीदरलैंड से 2 और किस्मों के आयात के कारण उद्यान में 75 किस्मों के 1.7 मिलियन ट्यूलिप बल्ब खिलने वाले है। इस साल किस्मों की संख्या 73 से बढ़ाकर 75 कर दी गई है।
ट्यूलिप गार्डन में लोग ई-टिकट का लाभ उठा सकते हैं। इस बार प्रशासन ने अधिक भीड़ को देखकर ई-टिकट की सुविधा शुरू की है। इसके अलावा वाहनों के लिए पार्किंग आदि की सुविधा को भी बढ़ाया गया है।
ट्यूलिप गार्डन ने 2023 में एशिया के सबसे बड़े उद्यान के रूप में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन) में स्थान प्राप्त किया है। पिछले वर्ष 2024 में उद्यान में पर्यटन में असाधारण वृद्धि देखी गई। सिर्फ 30 दिनों में 4.45 लाख आगंतुक इसके जीवंत फूलों को देखने के लिए आए जिसमें से करीब 2,000 विदेशी थे। वर्ष 2023 में पर्यटकों के आगमन में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है जिसमें घरेलू और स्थानीय आगंतुकों सहित 3.70 लाख से अधिक पर्यटकों ने ट्यूलिप गार्डन को देखा।
ट्यूलिप गार्डन के प्रभारी जाविद मसूद ने कहा कि पिछले साल आगंतुकों की रिकॉर्ड तोड़ भीड़ को देखकर हमें इस साल भी बड़ी संख्या में आगंतुकों के आने की उम्मीद है। हम इस साल भी रिकॉर्ड संख्या में आगंतुकों को समायोजित करने के लिए तैयार हैं।