झाबुआ अध्यक्ष प्रदेश युवक कांग्रेस, चेयरमेन आल इंडिया आदिवासी कांग्रेस एवं झाबुआ विधायक डॉ विक्रांत भूरिया को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा एक और अहम जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें कांग्रेस पार्टी के अहमदाबाद में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन की पन्द्रह सदस्यीय ड्राफ्टिंग कमेटी का सदस्य बनाया गया है। इस संबंध में एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। कांग्रेस पार्टी द्वारा पहले उन्हें प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष और गए महीने आल इंडिया आदिवासी कांग्रेस का चेयरमैन बनाया गया था। और अब विक्रांत भूरिया को यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर डॉ विक्रांत भूरिया को 15 सदस्यीय ड्राफ्टिंग कमेटी का सदस्य बनाया गया है। इस कमेटी में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जयराम रमेश, पी एल पुनिया, सचिन पायलट जैसे कद्दावर नेता हैं, जबकि रणदीप सुरजेवाला इस कमेटी के संयोजक हैं।
उल्लेखनीय है कि 9 अप्रैल को अहमदाबाद में एआईसीसी का राष्ट्रीय अधिवेशन होना है, और इस अधिवेशन को लेकर पार्टी ने अलग-अलग समितियों का गठन किया है, उन्ही में से एक, ड्राफ्टिंग कमेटी भी है, जिसका सदस्य डॉ विक्रांत भूरिया को बनाया गया है। गौरतलब है कि भूरिया को अभी अभी दी जाने वाली यह दूसरी बड़ी जिम्मेदारी है, जिसके अंतर्गत पहले उन्हैं आदिवासी कांग्रेस अध्यक्ष के पद नवाजे जाने के बाद उक्त महत्वपूर्ण कमेटी में शामिल किया गया है। उल्लेखनीय है कि इसी साल 11 फरवरी को उन्हैं आल इंडिया आदिवासी कांग्रेस का चेयरमैन बनाया गया था।
अपनी नियुक्ति पर डॉ विक्रांत भूरिया ने आज बुधवार इस संवाददाता को कहा कि निश्चित रूप से यह बड़ी जिम्मेदारी है, और इसे में पूरी ईमानदारी से निभाउंगा, और जो अपेक्षाएं हमारे लीडर रख रहे हैं। राहुलजी रख रहे हैं, खरगेजी रख रहे हैं, वेणुगोपालजी रख रहे हैं, उन पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा।
डॉ विक्रांत भूरिया को अहमदाबाद अधिवेशन की पन्द्रह सदस्यीय ड्राफ्टिंग कमेटी का सदस्य बनाए जाने पर कांग्रेसी खेमे में हर्षोल्लास का वातावरण निर्मित हो गया है। थांदला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक वीर सिंह भूरिया सहित पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने पार्टी के उक्त निर्णय का स्वागत करते हुए आलाकमान का आभार व्यक्त किया है, और भूरिया को शुभकामनाएं एवं बधाई दी है।
कांग्रेस के बड़े राष्ट्रीय नेताओं के साथ डॉ विक्रांत भूरिया का भी नाम शामिल किया जाना इस बात का परिचायक है कि पार्टी द्वारा पूर्व कैन्द्रीय मंत्री, और जनजातीय समुदाय में गहरी पैठ रखने वाले कांग्रेस के कद्दावर नेता कांतिलाल भूरिया के पदीय राजनीति से परे होने से उत्पन्न रिक्त स्थान को विक्रांत भूरिया से भरने का प्रयास किया गया है। निश्चित रूप से जनजातीय समुदाय के वोटों को अपने हक में किए जाने के उद्देश्य से कांग्रेस द्वारा उठाया गया यह एक बड़ा कदम है।