राहुल गांधी ने संगठन सृजन अभियान शुरु कर कहा- नई पीढ़ी को कांग्रेस में लाएं और भाजपा से जुड़े लोगों को प्यार से बाहर करें

अहमदाबाद । गुजरात दौरे के दूसरे दिन कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अरावली जिले के मोडासा पहुंचे हैं। यहां पर राहुल गांधी ने कांग्रेस संगठन को मजबूत करने की दिशा में संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, अब वक्त आ गया है कि हम नई पीढ़ी को कांग्रेस से जोड़ें और भाजपा से जुड़े लोग जो यहां मौजूद हैं उन्हें प्यार से बाहर करें।
मोडासा स्थित बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर हॉल में आयोजित एक सादगीपूर्ण कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिले के करीब 1200 बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने साफ कहा कि पार्टी को नए, ऊर्जावान और समर्पित चेहरों की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने एक महत्वपूर्ण संदेश देते हुए कहा, इस भीड़ में भाजपा से जुड़े लोग भी हो सकते हैं। हमें उन्हें गुस्से से नहीं, प्यार से बाहर का रास्ता दिखाना है। राहुल गांधी का यह बयान संगठनात्मक शुद्धिकरण और भविष्य की पीढ़ियों को कांग्रेस से जोड़ने की दिशा में एक स्पष्ट संकेत माना जा रहा है। उन्होंने यह भी दोहराया कि पहले भी उन्होंने गुजरात में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा था कि पार्टी में मौजूद कुछ लोग भाजपा से मिले हुए हैं, जिन्हें संगठन से बाहर करना होगा।
कार्यकर्ताओं ऊर्जा के साथ मिली नई जिम्मेदारी
राहुल गांधी ने इस अभियान के तहत कार्यकर्ताओं को मतदाताओं को बूथ तक लाने और कांग्रेस के पक्ष में मतदान के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया। इसके अलावा जिला कांग्रेस समितियों और उनके अध्यक्षों को सशक्त बनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने संगठन में जवाबदेही और पारदर्शिता लाने के लिए एक नई प्रणाली शुरू करने की घोषणा की। इस तरह से राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भरने के साथ ही उन्हें अपने नई जिम्मेदारी का एहसास भी कराया है।
यहां बताते चलें कि राहुल गांधी ने अपने गुजरात दौरे के पहले दिन अहमदाबाद पहुंचे थे, जहां उन्होंने 41 जिला और महानगर अध्यक्षों के साथ बैठक की। इस बैठक में कांग्रेस के पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया। यह टीम 45 दिनों के भीतर पार्टी आलाकमान को संगठन की जमीनी स्थिति पर रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके आधार पर नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी।
राहुल गांधी के बहुत ही कम समय में गुजरात के ये दो दौरों से साफ हो गया है कि कांग्रेस अब गुजरात में संगठनात्मक मजबूती और नवयुवाओं को जोड़ने की रणनीति पर काम कर रही है। भाजपा से जुड़े तत्वों को पार्टी से बाहर करना और जवाबदेही की प्रणाली लागू करना इस नई रणनीति की प्रमुख बातें हैं।