इंदौर ने रचा इतिहास : अब बना वेटलैंड सिटी – स्वच्छता के बाद पर्यावरण संरक्षण में भी विश्वगुरु!

इंदौर । स्वच्छता और स्मार्ट सिटी के बाद, अब इंदौर ने एक और ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया है! शहर को वैश्विक स्तर पर वेटलैंड सिटी के रूप में प्रतिष्ठित मान्यता मिली है, जिससे इसकी बहुमुखी पहचान को और मजबूती मिली है। यह गौरवपूर्ण दर्जा दुनिया की अग्रणी रामसर साइट सूची के आधार पर प्रदान किया गया है।
आज, शुक्रवार 25 जुलाई 2025 को जिम्बाब्वे के विक्टोरिया हॉल में आयोजित एक भव्य समारोह में कन्वेंशन ऑन वेटलैंड्स की जनरल सेक्रेटरी डॉ. मोसिंदा मुंबा ने यह अवार्ड इंदौर को प्रदान किया। भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी डॉ. सुजीत कुमार बाजपेयी ने यह सम्मान गर्व के साथ ग्रहण किया।
:: इंदौर की उपलब्धि : भारत का दूसरा वेटलैंड सिटी ::
इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर शहरवासियों के साथ अपनी खुशी साझा करते हुए कहा, मुझे यह बताते हुए अत्यंत गर्व है कि भारत के केवल दो शहरों को यह गौरव प्राप्त हुआ है और इंदौर उनमें से एक है। यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि संयुक्त राष्ट्र के रिकॉर्ड में भी अब इंदौर वेटलैंड सिटी के रूप में दर्ज हो गया है।
:: सिरपुर और यशवंत सागर का योगदान ::
महापौर भार्गव ने इस सफलता का श्रेय सिरपुर और यशवंत सागर जैसे रामसर प्रमाणित वेटलैंड्स के संरक्षण और संवर्धन में इंदौर द्वारा किए गए अथक प्रयासों को दिया। उन्होंने सभी इंदौरवासियों को बधाई देते हुए आह्वान किया कि हम सभी मिलकर इन अमूल्य प्राकृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए लगातार प्रयास करते रहें, ताकि इंदौर पर्यावरण के क्षेत्र में भी अग्रणी बना रहे।
यह उपलब्धि इंदौर को न सिर्फ भारत में, बल्कि वैश्विक मंच पर पर्यावरणीय जागरूकता और संरक्षण की एक मिसाल के रूप में स्थापित करती है, जो शहर के नागरिकों की प्रतिबद्धता और सामूहिक प्रयासों का सीधा परिणाम है। यह दर्शाता है कि जब शहर एकजुट होकर पर्यावरण के लिए काम करता है, तो ऐसे ऐतिहासिक गौरव हासिल किए जा सकते हैं। इंदौर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह हर क्षेत्र में नंबर वन बनने की क्षमता रखता है।