कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे की मुश्किलें बड़ी

सुप्रीम कोर्ट ने दिए दुष्कर्म मामले की दोबारा जांच के आदेश

सुप्रीम कोर्ट का फैसला मान्य, राजनीति से प्रेरित जांच न हो- उमंग सिंघार
भोपाल । मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक और विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे की मुश्किलें दुष्कर्म के पुराने मामले में बढ़ती नजर आ रही है। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा जिस दुष्कर्म मामले की एफआईआर को रद्द कर दिया था, अब सुप्रीम कोर्ट ने उस मामले में दोबारा जांच कराने के आदेश राज्य सरकार को दिए हैं। राज्य सरकार की याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय के दो न्यायमूर्ति की पीठ ने यह आदेश दिया है। अगर जांच दोबारा शुरू होती है तो कटारे उलझ सकते हैं। हालांकि, दुष्कर्म पीड़िता कुछ साल पहले प्रयागराज जिले में एक रिश्तेदार के यहां आत्म/हत्या कर चुकी है। मामले में जानकारी के अुनसार भिंड जिले के अटेर से विधायक हेमंत कटारे ने वर्ष 2018 के जनवरी महीने में 17-18 तारीख की दरमियानी रात भोपाल क्राइम ब्रांच में एक युवती के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का प्रकरण दर्ज कराया था। आरोप लगाया था, कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की 21 वर्षीय छात्रा स्वाति कुमारी (परिवर्तित नाम) दुष्कर्म का झूठा प्रकरण दर्ज कराने के बदले दो करोड़ रुपये की मांग कर रही है। बाद में युवती ने 25 लाख लेकर प्रकरण दर्ज कराने से इंकार कर दिया है। क्राइम ब्रांच ने कटारे की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर युवती को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान युवती ने कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे द्वारा अपहरण कर दुष्कर्म किए जाने का आरोप लगाया। इसके बाद 23-24 जनवरी 2018 को भोपाल के महिला थाने में कटारे के खिलाफ अपहरण कर दुष्कर्म करने का प्रकरण दर्ज किया गया था।

  • सुप्रीम कोर्ट का फैसला मान्य, राजनीति से प्रेरित जांच न हो- उमंग सिंघार
    उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के मामले में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बयान देते हुए कहा की मामला सुप्रीम कोर्टी में है, दोष सिद्ध नहीं हुआ है भाजपा आरोप लगाती है। देखिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम सम्मान करते हैं जो भी जांच हो निष्पक्ष जांच हो राजनीति से प्रेरित जांच न हो।