गांधी के साथ ठाकरे की डिनर डिप्लोमेसी, क्या ठाकरे छोड़ेंगे इंडिया अलायंस ?

मुंबई । महाराष्ट्र में दिवाली के त्यौहार के बाद स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं, यह तय है.. इसलिए, ठाकरे बंधुओं ने मराठी मुद्दे पर एकता का नारा दिया है… जिसमें कांग्रेस को छोड़कर महाविकास अघाड़ी में शामिल अन्य दलों ने ठाकरे गठबंधन को हरी झंडी दे दी है… लेकिन दिल्ली में होने वाली बैठक के बाद, क्या उद्धव ठाकरे इंडिया अलायंस में बने रहेंगे या नहीं? यह स्पष्ट होने की संभावना है। दरअसल उद्धव ठाकरे तीन दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं। रश्मि ठाकरे और आदित्य ठाकरे भी उनके साथ हैं। विधानसभा चुनाव के बाद यह पहली बार है जब इंडिया अलायंस की बैठक दिल्ली में हो रही है। इस बीच, सांसद संजय राउत ने स्पष्ट किया कि उद्धव ठाकरे केवल इन्हीं बैठकों के लिए दिल्ली गए हैं। उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में शरद पवार से भी मुलाकात की है। उद्धव ठाकरे और शरद पवार इंडिया अलायंस की बैठक में हिस्सा लेंगे। कहा जा रहा है कि ठाकरे और पवार आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की रणनीति तय करने के लिए दिल्ली गए हैं।

ठाकरे के गठबंधन से कांग्रेस दुविधा में?
ठाकरे के गठबंधन से कांग्रेस दुविधा में बताई जा रही है। दरअसल राज ठाकरे के मराठी पहचान के मुद्दे से उत्तर भारतीय वोटों के छिटकने का डर एवं आक्रामक हिंदुत्व स्थानीय निकाय चुनावों में मुस्लिम वोटों को छिटका सकता है। हालांकि, संजय राउत ने इस दावे को खारिज कर दिया है कि इंडिया अलायंस की बैठक में ठाकरे बंधुओं के गठबंधन पर चर्चा होगी। कहा जा रहा है कि उद्धव ठाकरे सांसदों से मुलाकात, राहुल गांधी के साथ डिनर डिप्लोमेसी और इंडिया अलायंस की बैठक के लिए दिल्ली दौरे पर हैं। लेकिन क्या वह इंडिया अलायंस के नेताओं को राज ठाकरे को साथ ले जाने के महत्व के बारे में समझा पाएँगे या आम सहमति न बनने पर सीधे अपने भाई के लिए इंडिया अलायंस छोड़ देंगे? अब इस बात पर सबकी निगाहें टिकी हैं।