मुंबई । भारतीय मूल की सीईओ रेशमा केवाल्रमणि ने वैश्विक व्यापार जगत में एक नया मुकाम हासिल किया है। उन्हें फॉर्च्यून की ‘दुनिया के 100 सबसे शक्तिशाली बिजनेस लीडर्स’ की सूची में शामिल किया गया है। रेशमा को इस सूची में 62वां स्थान मिला है। यह उनकी इस सूची में पहली एंट्री है।
रेशमा वर्तमान में वर्टेक्स फार्मास्यूटिकल्स की प्रेसिडेंट और सीईओ हैं, और अमेरिका की किसी प्रमुख बायोटेक्नोलॉजी कंपनी की पहली महिला प्रमुख बनने का गौरव भी उन्हें प्राप्त है। उन्होंने अप्रैल 2020 में सीईओ का पदभार संभाला था। वैसे भारतीय मूल की रेशमा के साथ ही इस सूची में भारत और भारतीय मूल के कई अन्य नामचीन नेताओं को भी स्थान मिला है। इनमें सत्य नडेला (सीईओ, माइक्रोसॉफ्ट) सेकंड रैंक पर हैं, जबकि सुंदर पिचाई रैंक 6 में, मुकेश अंबानी रैंक 56 में, नील मोहन रैंक 83 और गौतम अडानी को रैंक 96 में रखा गया है। इस सूची में पहला स्थान एनविडिआ के सीईओ जेंसन हुआंग को मिला है।
प्रशिक्षित चिकित्सक हैं रेशमा
मुंबई में जन्मी रेशमा एक प्रशिक्षित चिकित्सक हैं और उन्होंने 2017 में वर्टेक्स में चीफ मेडिकल ऑफिसर के तौर पर काम शुरू किया था। चिकित्सा और क्लिनिकल रिसर्च की गहरी समझ उन्हें एक अलग पहचान देती है। फार्च्यून मैगजीन के अनुसार यह सूची केवल नेट वर्थ पर आधारित नहीं है, बल्कि यह उन लीडर्स की सोच और प्रभाव को भी मापती है, जो वर्तमान और भविष्य के वैश्विक व्यापार पर असर डालते हैं।