इंदौर । मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) अनूप कुमार सिंह ने बुधवार को कंपनी के 80 से अधिक इंजीनियरों की बैठक में लापरवाही पर सख्त रुख अपनाया। उन्होंने मुख्य महाप्रबंधक को निर्देश दिया कि बैठक में पीछे बैठे कार्यपालन यंत्रियों को तत्काल नोटिस जारी किया जाए।
एमडी सिंह ने अधिकारियों को अपने मूल दायित्वों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए चेताया। उन्होंने बिलिंग दक्षता बढ़ाने, बिजली के नुकसान को कम करने, ट्रिपिंग घटाने और नए कनेक्शन समय पर देने जैसे कार्यों को प्राथमिकता देने के लिए कहा। साथ ही, उन्होंने सरकारी कनेक्शनों को प्रीपेड मोड पर करने और ट्रांसफार्मरों की सेहत सुधारने के भी निर्देश दिए।
तकनीकी सुधारों पर जोर देते हुए एमडी ने बिजली लाइनों, विशेषकर उच्चदाब लाइनों की जाँच के लिए थर्मोविजन कैमरों के नियमित उपयोग का निर्देश दिया, ताकि छोटी खराबी का पता लगाकर बड़े पावर कट से बचा जा सके। उन्होंने अधिकारियों को मुख्यालय पर रहने और हर महीने पाँच बार रात्रिकालीन भ्रमण करने का भी आदेश दिया। इस दौरान उन्होंने इंदौर ग्रामीण के अधीक्षण अभियंता डॉ. डी.एन. शर्मा और रतलाम के मनोज शर्मा के कंपनी हित से जुड़े सुझावों की सराहना भी की।
बैठक में मुख्य महाप्रबंधक प्रकाश सिंह चौहान, कार्यपालक निदेशक गजरा मेहता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सिंह ने अधिकारियों से नए कार्यों की जानकारी मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से जनता तक पहुंचाने को भी कहा, ताकि कंपनी की छवि में सकारात्मकता बनी रहे।