:: सिरवेल में ग्रामीणों को मिलीं इंदौर के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं, अत्याधुनिक मशीनों से हुई नि:शुल्क जाँच ::
खरगोन/इंदौर । इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह की पहल पर खरगोन जिले के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र सिरवेल में दूसरा संभाग स्तरीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण और आदिवासी समुदाय के लोग लाभान्वित हुए। इस शिविर की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि यहाँ न सिर्फ इंदौर के विशेषज्ञ चिकित्सक पहुंचे, बल्कि अत्याधुनिक जाँच मशीनों जैसे सोनोग्राफी, मेमोग्राफी और ईसीजी मशीनों की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई।
सिरवेल के वन परिक्षेत्र कार्यालय में आयोजित इस शिविर में सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक कुल 2777 मरीजों का पंजीयन किया गया। मरीजों को जाँच के बाद निःशुल्क दवाइयाँ और चिकित्सा परामर्श दिया गया। इंदौर के शंकरा नेत्र हॉस्पिटल और अरविंदो अस्पताल सहित विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों के लगभग 100 विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपनी सेवाएं दीं।
शिविर में उच्च रक्तचाप, कैंसर, डायबिटीज, दंत रोग, नेत्र रोग, थाईराइड और हृदय रोग जैसे गंभीर रोगों की नि:शुल्क जाँचें की गईं। मोबाइल एक्स-रे मशीन की सुविधा भी थी, जिससे जरूरतमंद मरीजों का हाथों-हाथ एक्स-रे किया गया। क्षय रोग विशेषज्ञ डॉ. हर्ष महाजन ने बताया कि इस तकनीक से मरीजों के सीने की जाँच कर टीबी और फेफड़ों के कैंसर के शुरुआती लक्षणों का तुरंत पता लगाया जा सकता है।
:: दिल के मरीजों को मिली नई उम्मीद ::
शिविर में एक विशेष पहल के तहत दिल की समस्याओं से पीड़ित 8 बच्चों की जाँच की गई। इनमें से 8 माह के आर्यन और 7 वर्षीय अरविंद को ओपन हार्ट सर्जरी के लिए चिह्नित किया गया। पीडियाट्रिक्स ईको कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रविरंजन त्रिपाठी ने बताया कि इन बच्चों का ऑपरेशन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम और आयुष्मान योजना के तहत जुपिटर अस्पताल में निःशुल्क किया जाएगा। डॉ. त्रिपाठी ने अब तक 9000 से अधिक बच्चों के दिल का सफल ऑपरेशन करने की जानकारी भी दी।
:: ग्रामीणों को मिली बड़ी राहत ::
इस शिविर ने सिरवेल जैसे दूरस्थ क्षेत्र के उन ग्रामीणों को बड़ी राहत दी, जो बेहतर इलाज के लिए जिला मुख्यालय तक नहीं पहुँच पाते थे। चिरमुंडी गांव के 23 वर्षीय करण, जो सीने में दर्द की समस्या लेकर आए थे, ने बताया कि निःशुल्क जाँच और इलाज पाकर उन्हें मानसिक सुकून मिला। उनका उपचार अरबिंदो अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. कुशाग्र टंडन ने किया, जिन्होंने बताया कि इंदौर में जिसकी कीमत ₹1400 होती है, वह जाँच यहाँ पूरी तरह निःशुल्क दी गई।
कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल के निर्देशन में यह शिविर खरगोन जिले का चौथा बड़ा स्वास्थ्य शिविर था। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश सिंह ने बताया कि नवंबर तक जनजातीय क्षेत्रों में ऐसे और भी निःशुल्क शिविर आयोजित किए जाएंगे।