मोरया, मोरया…के जयकारों से गूंज उठा पुणे शहर
पुणे । पुणे के प्रसिद्ध दगडूशेठ गणपति मंदिर में गणेशोत्सव के मौके पर एक अद्भुत और भक्तिमय नजारा देखने को मिला, जहाँ 35,000 महिलाओं ने एक साथ मिलकर अथर्वशीर्ष का पाठ किया। यह आयोजन श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सर्वजीवन गणपति ट्रस्ट और सुवर्णयुग तरुण मंडल द्वारा उत्सव के 133वें वर्ष के उपलक्ष्य में हुआ था। यह इस आयोजन का 40वां वर्ष था।
गुरुवार की सुबह, मंदिर का प्रांगण ॐ नमस्ते गणपति… ॐ गं गणपति नमः… मोरया, मोरया…के जयकारों से गूंज उठा। हजारों की संख्या में पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाएं आधी रात से ही विशेष आयोजन में भाग लेने के लिए जुटने लगी थीं। कार्यक्रम की शुरुआत महिलाओं द्वारा शंख बजाने के साथ हुई, जिसके बाद गणेश जागर गीत, ओंकार जप और मुख्य अथर्वशीर्ष पाठ का जाप किया गया। इस दौरान, हर महिला के चेहरे पर भगवान गणेश के प्रति अटूट आस्था और उत्साह साफ दिख रही थी। महिलाओं ने देश और राज्य के लिए सुख-समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।
बात दें कि गणेश चतुर्थी से शुरू हुआ 10 दिवसीय गणेशोत्सव पूरे महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जा रहा है। लोग ढोल-ताशों की थाप पर नाचते-गाते हुए अपने घरों, सोसाइटियों और सार्वजनिक पंडालों में गणपति बप्पा की मूर्तियों को स्थापित कर रहे हैं। गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया के जयकारों से पूरा शहर गूंज रहा है। इस साल, महाराष्ट्र सरकार ने पहली बार गणेशोत्सव को राज्य उत्सव घोषित किया है, जिसके तहत संस्कृति विभाग द्वारा कई विशेष कार्यक्रम, समारोह और प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। यह उत्सव समृद्धि के अग्रदूत और विघ्नहर्ता भगवान गणपति का स्वागत करने के लिए एक भव्य और भक्तिपूर्ण वातावरण का निर्माण कर रहा है।