कलेक्टर आशीष सिंह ने की धरती आबा योजना की समीक्षा –

:: इंदौर के 56 जनजातीय गाँवों में विकास का नया अध्याय शुरू ::
इंदौर । जनजातीय क्षेत्रों में सुशासन और आत्मनिर्भरता को मजबूत करने के उद्देश्य से कलेक्टर आशीष सिंह ने शुक्रवार को धरती आबा योजना के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में आदि कर्मयोगी अभियान के लिए चयनित प्रशिक्षित अधिकारियों और विभिन्न विभागों के सदस्यों ने हिस्सा लिया। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि ग्रामीण समाज में स्व-नेतृत्व और आत्मनिर्भरता विकसित करने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका के क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाना ही इस पहल का मुख्य लक्ष्य है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन ने बताया कि भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए आदि कर्मयोगी अभियान के तहत, पूरे प्रदेश के 11,294 गाँवों में से इंदौर जिले के 56 गाँवों को चुना गया है। इनमें महू विकासखंड के 52 और इंदौर के 4 गाँव शामिल हैं। जैन ने इस मिशन को निष्काम भाव से कर्म के माध्यम से ईश्वर से जुड़ने का एक साधन बताया।
यह योजना विशेष रूप से जनजातीय क्षेत्रों में शासन-प्रशासन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए तैयार की गई है। हर गाँव में प्रशिक्षित कर्मयोगियों की टीम तैयार की जाएगी जो शिकायत निवारण, सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और जनभागीदारी पर विशेष ध्यान देगी। इसका उद्देश्य ग्रामीण समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है।
अभियान को सफल बनाने के लिए तीन स्तरों पर टीम काम करेगी: आदि कर्मयोगी (शासकीय अधिकारी), आदि सहयोगी (शिक्षक, डॉक्टर और प्रबुद्ध ग्रामीणजन) और आदि साथी (स्थानीय जनजातीय नेता और युवा)। ये तीनों मिलकर ग्रामीणों के सपनों को साकार करने में मदद करेंगे। इस अभियान में 15 से अधिक सरकारी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी अपना योगदान देंगे।
कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जिला नोडल अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व/वन), सहायक आयुक्त नरेंद्र सिंह भिड़े, परियोजना अधिकारी मोहन सोनी, संबंधित विभागों के जिला अधिकारी और एनजीओ प्रतिनिधि सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इस पहल से उम्मीद है कि जनजातीय समुदायों में सर्वांगीण विकास की राह खुलेगी।