:: शहर की बस्तियों में चिंता और उदासी से लड़ने के लिए तैयार हो रहे हैं लीडर ::
इंदौर । मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए एक अभिनव और समुदाय-केंद्रित दृष्टिकोण अपनाते हुए, समान सोसायटी ने एक नया कार्यक्रम खुशहाली कार्यक्रम शुरू किया है। इस पहल के तहत, शहर की बस्तियों में ऐसे सामुदायिक लीडर तैयार किए जा रहे हैं जो लोगों में चिंता, डर और उदासी जैसे लक्षणों को पहचानकर संवाद और साझेदारी के माध्यम से उन्हें दूर करने का प्रयास करते हैं।
रविवार को नवलखा स्थित जीवनशाला में आयोजित एक कार्यक्रम में इन सामुदायिक लीडरों ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने पड़ोस में उदास रहने वाले लोगों को अपनी समस्याओं को साझा करने के लिए प्रेरित किया, जिससे उन्हें उदासी से उबरने में मदद मिली।
समान सोसायटी के डायरेक्टर राजेन्द्र बंधु ने बताया कि खुशहाली कार्यक्रम के माध्यम से शहर की बस्तियों में खुशहाली क्लब स्थापित किए गए हैं, जहाँ लोग अपने तनाव और दुख को साझा कर एक-दूसरे की मदद करते हैं। प्रोग्राम मैनेजर रचना पाटीदार ने कहा कि यह कार्यक्रम मालवा मील और पालदा की बस्तियों में संचालित हो रहा है, जिससे 1000 परिवार जुड़े हैं।
शासकीय मुख्यमंत्री संजीवनी केंद्र के मेडिकल ऑफिसर डॉ. समर्थ परमार ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि समुदाय में एक-दूसरे को सुनने और अपनी बातों को साझा करने की संस्कृति को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है। संस्था का लक्ष्य मानसिक समस्याओं को शुरुआती स्तर पर पहचान कर बिना दवा के, सिर्फ बातचीत और व्यायाम के जरिए उनसे उबरने का तरीका अपनाना है। कार्यक्रम का संचालन खुशहाली क्लब की लीडर वैष्णवी रघुवंशी और शीतल ने किया।