कॉर्पोरेट को ज़मीन सौंपने की साजिश : भूमि अधिकार सम्मेलन में गरजे बादल सरोज

:: 25 सितंबर को भोपाल में होगा विशाल प्रदर्शन ::
इंदौर । देश के किसानों और गरीबों की ज़मीनों पर कॉर्पोरेट घरानों की बढ़ती निगाहों के खिलाफ आवाज़ बुलंद करते हुए, अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव बादल सरोज ने कहा कि जनता से सब कुछ छीनने के बाद अब उनकी ज़मीनें भी बड़े कॉर्पोरेट को सौंपने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने यह बात आज आयोजित भूमि अधिकार सम्मेलन में कही, जिसमें 25 सितंबर को राजधानी भोपाल में एक बड़ा प्रदर्शन करने का भी संकल्प लिया गया।
सम्मेलन की शुरुआत में मध्य प्रदेश किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण चौहान ने बताया कि किस तरह शहरी और ग्रामीण इलाकों में पीढ़ियों से रह रहे लोगों को अलग-अलग बहाने बनाकर बेदखल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सब बड़े-बड़े कॉर्पोरेट घरानों को बेशकीमती जमीन सौंपने के लिए किया जा रहा है और इस दुर्भावनापूर्ण बेदखली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बादल सरोज ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंक, बीमा, यहाँ तक कि हथियार निर्माण और पुलिस-सेना जैसे क्षेत्रों पर भी कॉर्पोरेट का कब्ज़ा हो रहा है। उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के उस बयान का भी उल्लेख किया जिसमें उन्होंने बिना मुआवजे के ज़मीन लेने की बात कही थी। उन्होंने चेतावनी दी कि ट्रंप टैरिफ धमकी के आगे झुककर किए जा रहे समझौतों से देश के कपास, सोयाबीन और दुग्ध उत्पादक किसान बर्बाद हो जाएंगे।
हालांकि, सरोज ने यह भी कहा कि जहाँ ज़ुल्म और लूट बढ़ रही है, वहाँ प्रतिरोध भी बढ़ रहा है। उन्होंने 9 जुलाई को 25 करोड़ भारतीयों की हड़ताल का उदाहरण देते हुए कहा कि यह प्रतिरोध देश को एकजुट करने और उसे बचाने का है।
सम्मेलन की अध्यक्षता किसान सभा के हीरालाल चौधरी और आदिवासी एकता महासभा के अर्जुन बारिया ने की। इस दौरान किसान सभा के जिला महामंत्री राजू जरिया, काशीराम नायक, ऑल इंडिया लॉयर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट बी.एल. नागर, और सीटू के प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश लिंबोदिया सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे। सम्मेलन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।