विराट ने भी कहा कि वह अब पूरा ध्यान एमसीजी मैच पर लगा रहे हैं क्योंकि यह मैच भारत के लिये अब करो या मरो का हो गया है। बल्लेबाज़ी में सुधार के साथ साथ भारत को गेंदबाज़ी में कमियों को सुधारना अनिवार्य होगा खासकर आस्ट्रेलियाई पिचों पर महंगी गेंदबाजी से बचना होगा। पांच गेंदबाजों के साथ उतरे भारत को मैच में छठे गेंदबाज़ की जरूरत भी महसूस हुई।
चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव हमेशा की तरह पिछले मैच में भी 24 रन पर दो विकेट के साथ उपयोगी साबित हुये थे लेकिन बाकी गेंदबाजों को अपने खेल में सुधार करना होगा। इसके अलावा फील्डिंग में भी सुधार की जरूरत है। मैच में भारतीय फील्डरों ने दो बार कैच टपकाये थे जो अहम मौकों पर टीम को भारी पड़ा।
आस्ट्रेलिया के लिये वापसी कर रहे एंड्रयू टाई महंगे साबित हुये थे और कप्तान आरोन फिंच को उम्मीद है कि तेज़ गेंदबाज़ अगले मैच में अपनी लय हासिल कर पाएंगे। हालांकि विजयी आगाज़ और सीरीज़ में 1-0 की बढ़त से उसके हौंसले मजबूत हुये हैं जबकि भारत पर दबाव बना है जिससे उसे उबरना होगा। भारत ने इस मैदान पर 2015-16 में आखिरी बार आस्ट्रेलिया को हराया था और उसकी कोशिश इसे दोहराना होगा।
प्रीति
वार्ता