अहमदाबाद (ईएमएस)| मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि गुजरात की प्रगति और विकास का आधार संतों का परिश्रम है। वडताल धाम सहित राज्य के पवित्र यात्राधामों को विकसित कर राज्य सरकार आध्यात्मिक चेतना को और प्रबल बनाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने और पांच वर्ष के लिए हम पर जो भरोसा जताया है और शासन सौंपा है उसका सकारात्मक परिणाम देंगे। छोटा उदेपुर जिले की संखेडा तहसील के मालपुर गांव में श्री स्वामीनारायण भगवान के सामैया में शामिल होकर भक्ति सरिता के आचान का लाभ लेते हुए रूपाणी ने भक्तिभावपूर्वक भगवान स्वामीनारायण की वन्दना की और संतपूजन के साथ भक्तों का अभिवादन किया। वडताल संचालित लक्ष्मीनारायण देव संस्था संचालित मालपुर स्वामीनारायण मन्दिर आयोजित श्रीमद सत्संगी जीवनपारायण के अंतर्गत यह सामैया आयोजित किया गया था। इसमें देवताओं के साथ ही भारतमाता की भी वन्दना की गई। भाविकों ने हजारों धर्म पताकाएं फहराकर मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने धर्म संस्था द्वारा व्यसनमुक्ति, शाकाहार और संस्कारी युवापीढ़ी के निर्माण के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस सेवा से भावी पीढ़ी का भविष्य उज्जवल बनेगा। कुसंस्कार और व्यसन व्यक्ति को खोखला बनाते हैं और पतन के मार्ग पर ले जाते हैं। इसका उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान स्वामीनारायण ने जीवन परिवर्तन द्वारा व्यसनमुक्त, धर्ममय और सदाचारी समाज रचना का मार्ग दिखलाया था और ऐसा समाज ही शक्तिशाली बनता है। संतों के परिश्रम से ही गुजरात विकसित हुआ है और संतों ने गुजरात की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। भगवान स्वामीनारायण ने गुजरात के प्रति हमेशा वात्सल्यता दिखलाई और इसी वजह से गुजरात धर्ममय बना है। संतों के आशीष महत्तम जनसेवा की शक्ति प्रदान करेंगे। गुजरात का एक भी गरीब आवास विहीन नहीं रहे और सभी को मकान और रोजगार मिले, यही राज्य सरकार का संकल्प है। हमारी सरकार गरीबों, पीड़ितों और शोषितों के कल्याण को समर्पित है। गरीबों के आर्थिक सशक्तिकरण, उनकी संतानों के लिए उच्च शिक्षा, उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा और जीवन स्तर में सुधार को प्राथमिकता देकर राजय सरकार ने कई योजनाएं लागू की हैं। गरीब कल्याण मेलों जैसे आयोजनों से गरीबतम व्यक्तियों तक लाभ पहुंचाए जा रहे हैं। गांवों में शहर जैसी सुविधाएं प्रदान करना और शहरों को और बेहतर बनाना हमारा संकल्प है। गुजरात में जनहितकारी शासन का आधार बना रहेगा, ऐसे आशीर्वाद देते हुए स्वामी नौतम प्रकाशदास जी ने मुख्यमंत्री को गौरक्षा के लिए कड़ा कानून लागु करने पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि निर्मल हृदय के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का जीवन जनलक्ष्यी और लोकहित में त्वरित निर्णय उनकी अनोखी विशेषता है। उन्होंने मालपुर में संस्था द्वारा बड़े पैमाने पर किए जा रहे व्यसनमुक्ति, कन्याशिक्षण और समाज सुधार प्रवृत्तियों की जानकारी दी।
कुंडलधाम के ज्ञानदास स्वामी ने कहा कि अतिसंवेदनशील व्यक्तित्व वाले मुख्यमंत्री श्री विजयभाई सतत गुजरात राज्य में मानवकल्याण के कार्य कर रहे हैं। सरलता उनके स्वभाव में है और ऐसा मुख्यमंत्री पाने वाली गुजरात की जनता सौभाग्यशाली है। वह प्रत्येक सम्प्रदाय को आदर देते हैं और मानवसेवा को उन्होंने गति प्रदान की है। सभा में राज्य सरकार के किसान हितलक्ष्यी व्यापक और विराट जलसंचय अभियान तथा स्टेच्यु ऑफ युनिटी निर्माण की भगीरथ उपलब्धि हासिल करने की सराहना की गई और मुख्यमंत्री ने संतपूजन कर धर्म परम्परा को आदर दिया|
चेतना/13 दिसंबर