बीकानेर (ईएमएस)। राजस्थान हाईकोर्ट में एक महिला और उसके तीन बच्चों की गुमशुदगी को लेकर दायर सादुल राम की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका की सुनवाई के दौरान गुरुवार को बीकानेर रेंज आईजी दिनेश एन एम व हनुमानगढ़ एसपी अनिल कयाल व्यक्तिगत रूप से अदालत में पेश हुए। जोधपुर हाईकोर्ट के जस्टिस संदीप मेहता व जस्टिस विनीत माथुर की खंडपीठ के समक्ष एएजी शिवकुमार व्यास के साथ पेश हुए दोनों अधिकारियों ने तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश कर कुछ समय और चाहा।
आईजी ने कोर्ट को बताया कि गुमशुदा महिला व संदिग्ध आरोपी सुरेन्द्र कुमार की तलाश के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस जल्द ही उन्हें ढूंढकर कोर्ट के समक्ष पेश कर देगी। मामले के अनुसार सादुल राम की पत्नी माया देवी अपने तीन बच्चे रोहित, रतना व शकुंतला के साथ 13 मार्च 2018 की रात से घर से गायब है। इसकी रिपोर्ट हनुमानगढ़ के पीलीबंगा थाने में दर्ज करवाई गई थी, लेकिन अभी तक पुलिस गुमशुदा महिला को तलाश नहीं कर पाई है। हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करने पर पुलिस हरकत में जरूर आई लेकिन अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है। आईजी दिनेश एनएम ने कोर्ट को आश्वस्त किया है कि जल्द ही पुलिस महिला की तलाश कर लेगी इस पर कोर्ट ने सात जनवरी तक का समय दिया है।