कई असाध्य रोगों का गोमूत्र से इलाज कर विश्व कीर्तिमान बनाने वाले इंदौर के वीरेंद्रकुमार जैन २२ दिसंबर को सम्मानित होने जा रहे हैं।
जैन ने कहा कि गौमाता एक चलता फिरता चिकित्सालय है। उसके गोमूत्र से कई साध्य-असाध्य रोगों का इलाज हो सकता है। शास्त्रों में लिखी इस बात को पकड़कर जैंस काऊ यूरिन थैरेपी हेल्थ क्लीनिक इंदौर के चेयरमेन जैन ने खोजकर अनेकों बीमारियों की आयुर्वेदिक दवाइयां बनाकर मरीजों को उपचार देना प्रारंभ किया। साथ ही गोमूत्र से बनी दवाइयों पर प्रथम भारतीय पेटेंट प्राप्त करने का भी गौरव प्राप्त किया। वीरेंद्रकुमार जैन अपने संस्थान के माध्यम से पिछले २० वर्षों में १२ लाख मरीजों का इलाज करने में सफल हुए। वल्र्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन ने इसे विश्व रिकार्ड घोषित किया है। २२ दिसंबर को शाम ६ बजे होटल रेडिसन में आयोजित वल्र्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन द्वारा आयोजित समारोह में प्रसिद्ध गायब बप्पी लहरी के हाथों विश्व कीर्तिमान का अवार्ड देकर इंदौर के वीरेंद्रकुमार जैन को सम्मानित किया जाएगा।
आपने बताया कि वे अपने संस्थान में टेव्नâोलॉजी का भरपूर उपयोग करते हैं। प्रतिदिन उनकी वेबसाइट पर ४-५ हजार पेशेंट विजिट करते है। इसमें वैंâसर, डायबिटिज, ब्लड प्रेशर, अस्थमा, चर्म रोग, किडनी डिसीज, लीवर डिसीज और एसिडिटी, कब्ज आदि के अधिकांश पेशेंट होते है। जैन के अनुसार पूरे देश सहित लगभग ६५ देशों में उनके मरीज उपचार ले रहे हैं।