वेनेजुएला के दूतावास से बाहर निकले अमेरिकी अधिकारी

वाशिंगटन 14 मई (स्पूतनिक) अमेरिकी अधिकारी वाशिंगटन स्थित वेनेजुएला के दूतावास से कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किए बिना ही बाहर आ गए हैं। अमेरिकी कार्यकर्ता कई सप्ताहों से दूतावास में डटे हुए हैं। यह कार्यकर्ता वेनेजुएला के विपक्षी नेता जुआन गुआइदो के समर्थकों को दूतावास की इमारत पर कब्जा करने से रोक रहे हैं। 
अमेरिकी अधिकारियों ने सोमवार रात दूतावास में प्रवेश किया। दूतावास की इमारत में चार कार्यकर्ताओं मौजूद हैं। 
वाशिंगटन में वेनेजुएला के दूतावास के बाहर स्थानीय समयानुसार शाम सात बजे से ही लोगों ने एकत्र होना शुरू कर दिया था, करीब एक घंटे के भीतर सैकड़ों लोग एकत्र हो गए थे। दूतावास के बाहर एकत्र हुए लोगों में वेनेजुएला के मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के समर्थक भी शामिल थे। लोग तख्तापलट, प्रतिबंधों और युद्ध के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। भीड़ में कुछ विपक्षी नेता जुआन गुआइदो के समर्थक भी शामिल थे। 
अमेरिकी अधिकारी दूतावास की इमारत में करीब 30 से 40 मिनट तक रहे इसके बाद बाहर आ गए। कार्यकर्ताओं ने इमारत को अमेरिकी अधिकारियों और श्री गुआइदो के समर्थकों से बचाने के लिए उस पर कब्जा कर रखा है। 
गौरतलब है कि अमेरिका के अनुरोध पर वेनेजुएला के राजनयिकों ने अप्रैल में दूतावास खाली कर दिया था। 
श्री मादुरो ने दूतावास की इमारत की रक्षा करने के लिए कार्यकर्ताओं काे धन्यवाद दिया है। 
वेनेजुएला में मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए अमेरिका ने उस पर कई प्रकार के प्रतिबंध लगाने के अलावा कहा है कि वह सैन्य विकल्प पर विचार कर रहा है। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष एवं विपक्ष के नेता जुआन गुआइदो ने 23 जनवरी को इन विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व करने के साथ ही स्वयं को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित किया था।
विपक्षी नेता जुआन गुआइदो ने 30 अप्रैल को काराकस के ला कारलोटा सैन्य अड्डे से एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए वेनेजुएला की सेना और लोगों से सड़कों पर उतर कर माैजूदा राष्ट्रपति मादुरो को सत्ता से बेदखल करने का आह्वान किया था।
अमेरिका के अलावा अब तक कनाडा, अर्जेंटीना, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, कोस्टा रिका, ग्वाटेमाला, होंडुरास, पनामा, पैराग्वे और पेरू समेत 54 देशों ने विपक्ष के नेता जुआन गुआइदो को वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता देने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि वेनेजुएला में हजारों लोग मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व श्री गुआइदो कर रहे हैं। जनवरी की शुरुआत में श्री मादुरो ने राष्ट्रपति के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल की शपथ ली थी। हाल में संपन्न हुए चुनावों में उन पर गड़बड़ी करने के आरोप लगे थे।
श्री मादुरो के नेतृत्व में कई वर्षों से वेनेजुएला गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। बढ़ती कीमतों के अलावा खाने-पीने और दवाईयों की कमी के कारण लाखों लोगों ने वेनेजुएला से पलायन भी किया है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक वेनेजुएला के 27 लाख लोगों ने लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों में शरण ली हुई है।
मौजूदा राष्ट्रपति मादुरो ने श्री गुआइदो पर अमेरिका की मदद से उन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया है। श्री मादुरो को चीन तथा रूस खुल कर अपना समर्थन दे रहे हैं।