अहमदाबाद | गुजरात स्टेट फर्टिलाइर्स केमिकल (जीएसएफसी) की डीएपी बोरियों निर्धारित वजन से कम खाद पाए जाने के बाद राज्य में कई जगह इसकी बिक्री रोक दी गई है| अमरेली जिले के सभी 11 डिपो पर खाद की बिक्री बंद कर दी गई है| उत्तरी गुजरात के बनासकांठा और तापी में भी डीएपी खाद की बिक्री ठप है| जिससे किसानों को खाद नहीं मिल रही| जबकि डीएपी खाद की सबसे अधिक जरूरत वर्तमान समय में होती है| बारिश से पहले किसान खेत में बुवाई की तैयारियां करते हैं| लेकिन खाद नहीं मिलने से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है| किसानों की मांग है कि वजन के हिसाब से रुपए लेकर उन्हें खाद उपलब्ध करवाई जाए| गौरतरल है कि जीएसएफसी की डीएपी खाद की प्रति बोरी पर 50 किलो की प्रिंट होती है| कुछ दिन पहले राजकोट के जेतपुर में डीएपी खाद की बोरी में निर्धारित वजन से कम खाद निकलने पर हंगामा शुरू हो गया| जिसके बाद राज्य के कई डिपो पर ऐसी घटनाएं सामने आने के बाद खाद की बिक्री बंद कर दी गई, जो नया स्टाक आने तक बंद रहेगी| लेकिन खाद की बिक्री बंद होने से किसानों की समस्या बढ़ गई है और वह वजन के हिसाब से रुपए लेकर खाद उपलब्ध कराने की मांग कररहे हैं|
सतीश/14 मई