बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण

मण्डला । ग्रामीण अंचलो में भू-जल स्तर काफी नीचे गिर गया है। जिससे हैंडपंप बंद होने लगे हैं। इस स्थिति में ग्रामीणों के लिए पेयजल की समस्या विकराल हो गई है। ऐसा ही मामला विकासखंड मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूरी में स्थित ग्राम पंचायत माडोगढ़ में देखने को मिल रहा है। यहां लगभग 4 हैंडपंप हैं जिसमें सभी हैंडपंप से पानी निकलना बंद हो गया है। निकल भी रहा है तो एक बाल्टी पानी के लिए 15 मिनट तक हैंडिल मारनी पड़ रही है। इसके बाद भी पानी मटमेला निकल रहा है। गर्मी के अभी डेढ़ माह शेष हैं ऐसे में माडोगढ़ के लोगों को पानी के लिए खतों में स्थित बोर की मदद लेनी पड़ रही है। गौरतलब है कि गांव में जल संकट को देखते हुए पीएचई विभाग द्वारा नल जल योजना अंतर्गत 72 लाख रुपए की लागत से पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही पूरे गांव में पानी सप्लाई के लिए पाइप लाइन कनेक्शन बिछाया जा रहा है। निर्माण कार्य शुरू हुए लगभग डेढ़ साल होने को है लेकिन अब तक लोगों को पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। वहीं लोग पानी की समस्याओं से जूझ रहे लोगों को बून्द बूंद पानी के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। पानी के लिए आपस में झगड़े जैसी स्थिति तक उत्पन्न हो रही है। इन हालातों में भी निर्माण एजेंसी अपने कार्य के प्रति उदासीन है। विगत दिसंबर माह में कलेक्टर डॉ जगदीश चंद्र जटिया द्वारा माडोगढ़ में जनसुनवाई शिविर के दौरान संबंधित विभागीय अधिकारियों से कार्य पूर्णता की स्थिति के बारे में पूछा तो विभागीय अधिकारियों का कहना था कि फरवरी माह के अंत तक कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। लेकिन निर्माण एजेंसी की लापरवाही व विभाग की अनदेखी के चलते आमजन को पानी नसीब नहीं हो रहा है। कच्छप गति से चल रहे निर्माण कार्य की पूर्णता ना जाने और कितना समय में हो सकेगी यह कहना मुश्किल है। ज्ञातव्य हो आमजन की सुविधा की दरकार से ही नल जल योजना जैसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं जिससे कि आमजन को उचित सुविधाएं आसानी से प्राप्त हो सके। विपरीत निर्माण एजेंसी द्वारा अपनी सुविधाएं देखी जा रही हैं पाइप लाइन कनेक्शन बिछाने के लिए लाखों रुपए खर्च कर आमजन की सुविधाओं के लिए गांव में सीसी सड़क और बाजार शेड आदि का पक्का निर्माण किया गया था जिन्हें जेसीबी मशीन द्वारा खुदाई कर तोड़ दी गई हैं और पाइप कनेक्शन बिछाकर मिट्टी भरकर सड़कों को वैसे ही कई महीनों से छोड़ दिया गया है। जिससे आमजन को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार द्वारा मनमानी करते हुए असुविधाएं गांव के अंदर फैलाई जा रही हैं। इतने लंबे समय के बाद भी नल जल योजना शुरू नहीं हो सका है। अब तक महज टंकी बनाकर उसे रंग रोगन कर खड़ा कर दिया गया है। जिससे आमजन में विभाग के लचर कार्यप्रणाली के प्रति भारी रोष है।