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कभी है जरूरी,
कभी मजबूरी,
कभी मगरूरी,
मगर हमेशा कराती,
अंजाम से दूरी,
काम में दूरी।
आज तो चली,
मिल गई माफी,
हमेशा मिले
दूसरा मौका,
नहीं जरूरी।
समय गवाया,
सब गवाया..
तभी तो कहते भैया
काम में देरी,
किस्मत से दूरी।
दर्शना सूरज
मुंबई