एक ख्वाब

“”””””””””””

जिस ख्वाब का 

वर्षों से था इंतजार 

वह ख्वाब 

आज आया।

कभी-कभी  

सोचता हू 

इस ख्वाब ने  

इतना लंबा इंतजार 

क्यों करवाया ?

फिर यह सोच कर 

चुप हो जाता हूं 

कि चलो 

ख्वाब तो आया। 

लेकिन जैसे ही 

आंख खुली 

सब कुछ 

पहले जैसा पाया। 

अब यही सोचकर 

दिल रो देता है 

ही ख्वाब आया 

तो आया ही क्यो?

 ● अजय गोयल,  मोगा (पंजाब) 

एक ख्वाब

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जिस ख्वाब का 

वर्षों से था इंतजार 

वह ख्वाब 

आज आया।

कभी-कभी  

सोचता हू 

इस ख्वाब ने  

इतना लंबा इंतजार 

क्यों करवाया ?

फिर यह सोच कर 

चुप हो जाता हूं 

कि चलो 

ख्वाब तो आया। 

लेकिन जैसे ही 

आंख खुली 

सब कुछ 

पहले जैसा पाया। 

अब यही सोचकर 

दिल रो देता है 

ही ख्वाब आया 

तो आया ही क्यो?

 ● अजय गोयल,  मोगा (पंजाब)