नई दिल्ली । राम मंदिर निर्माण के लिए अशोक वाटिका की शिला गुरुवार को अयोध्या पहुंची। श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को अशोक वाटिका से लाई गई शिला दान में दी है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र यह जानकारी दी है। बता दें कि रावण की ओर से अपहरण किए जाने के बाद माता सीता को श्रीलंका में स्थित अशोक वाटिका में रखा गया था। इसी वाटिका में सीता की हनुमान जी से भेंट हुई थी। भारत में श्रीलंका के राजदूत और श्रीलंका सरकार के दो मंत्री गुरुवार सुबह अशोक वाटिका की शिला लेकर अयोध्या पहुंचे हुए थे। इस दौरान उन्होंने राम जन्मभूमि परिसर पहुंचकर रामलला का पूजन व आरती की और शिला को मंदिर के ट्रस्ट को सौंप दी। शिला देने के बाद मीडिया से बात करते हुए श्रीलंका के उप-उच्चायुक्त नीलूका कदरगमआ ने कहा कि श्रीलंका में रामायण राम कथा और अयोध्या के बारे में सभी जानते हैं। रामायण यात्रा में बहुत से भारतीय हिस्सा भी लेते हैं। अयोध्या पहुंचने के बाद भारत में श्रीलंका के राजदूत मिलिंडा ने कहा कि विश्व का एकमात्र सीता माता का मंदिर श्रीलंका में है। इस मंदिर के ट्रस्टी सबसे पहले अयोध्या आकर दर्शन करेंगे। फिर उसके बाद वहां के अन्य श्रद्धालु भी यहां आएंगे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बहुत महत्वपूर्ण परियोजना है। इसके जरिए भारत-श्रीलंका के द्विपक्षीय रिश्तों में प्रगाढ़ता आएगी। उन्होंने सभी को श्रीलंका आगमन का निमन्त्रण देते हुए बताया कि वहां रामायण कालीन बहुत दर्शनीय स्थल हैं। उन्होंने बेहतर व्यवस्था के लिए रामजन्म भूमि ट्रस्ट के सभी पदाधिकारियों का आभार की व्यक्त किया।