सड़कों पर रेंगती गाड़ियां बढ़ा रही है प्रदूषण

बहते ट्रेफिक वाली सड़कें दूर करेगी धूल धुआं
इंदौर, 2 नवंबर । साफ सफाई, स्वच्छता वाले इंदौर को प्रदूषण से मुक्त करना है तो सड़कों को ऐसी बनाना होगा जहां सड़कों पर गाड़ियां रेंगती नहीं दौड़ती नजर आए। इसके लिए सामूहिक प्रयास जरूरी है।
इंदौर में सबसे बड़ी मुसीबत नई चौड़ी बनी सड़कों पर अतिक्रमण है। सड़कों पर अतिक्रमण की वजह से गाड़ियां टॉप गियर में चल ही नहीं सकती है। इंदौर में धूल धुएं से मुक्ति पाकर साफ हवा के साथ जीना है तो जरूरी है कि हम सड़कों पर अतिक्रमण को सख्ती से रोकें। जवाहर मार्ग, एमजी रोड, सुभाष मार्ग, सरवटे बस स्टेंड से गंगवाल, लोहामंडी हाथी पाला, सियागंज, पत्थर गोदाम रोड, मालवा मिल, पाटनीपुरा, सपना संगीता रोड, लोहारपट्टी, महूनाका से बियाबानी, खजूरी बाजार, काछी मोहल्ला, रानीपुरा, रिवर साइड रोड सहित इंदौर की सैकड़ों सड़कों की हालत ऐसी है कि हर सड़क पर व्यापारियों दुकानदारों ने कब्जे जमा रखे हैं। गाड़ियों का तो ठीक पैदल चलना भी मुश्किल है। अरबों रूपया खर्च करके नगर निगम ने सड़के चौड़ी तो कर दी है लेकिन उन पर ट्रैफिक दौड़ता नहीं रेंगता है।
// गटर पर शहर //
सड़कों पर कब्जा करने वालों की उस्तादी को दाद देनी होगी कि गटर पर ओटला बना लिया। ओटले पर शहर लगाकर दुकानों को आगे बढ़ा लिया। कब्जा कर लिया। सड़क सिकुड़े तो हमारी बला से। कब्जा करने वालों में वे लोग भी शामिल हैं जो कालोनियों की मिनिमम ओपन स्पेस एमओएस भी डकार गए हैं। उस पर भी कमरे बना कर कब्जा कर लिया है। कालोनियों यहां तक कि रो हाउस वाली कालोनियों के मकान को कमर्शियल बना कर दुकानों का किराया वसूल रहे हैं। शहर के बीच ही नहीं शहर की बाहरी बस्तियों, कालोनियों में भी प्रदूषण की बुरी हालत है। देपालपुर गौतमपुरा रोड पर वीआईपी रोड, एयरपोर्ट रोड, गांधी नगर गोम्मटगिरि तक हजारों की संख्या में कब्जे और अतिक्रमण है।
नेमावर रोड चौराहे से 10 किलोमीटर देवगुराडिया तक सैकड़ों कब्जे हैं। वाहन रेंगते नजर आते हैं। खंडवा रोड के किनारे भी यही हाल है। मुंबई आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग भंवरकुआं से लेकर राजेंद्र नगर राऊ पार तक हजारों लोग सड़क किनारे दुकानें सजाते है। विजय नगर चौराहा से लेकर देवासनाका मांगलिया पार तक सड़क मानो कब्जा करने वालों के लिए ही बनाई गई है। उज्जैन रोड बाणगंगा, मरीमाता चौराहे से अरविंदो अस्पताल के आगे तक कब्जों की भरमार है। इस सड़क पर दादा पहलवान गुंडों के कब्जे हटाने की हिम्मत नगर निगम प्रशासन में नहीं है।
इंदौर में सड़कों को रेंगते ट्रैफिक से धूल धुएं से मुक्त करना है तो हर इलाके में झोन को बुलडोजर, जेसीबी, डंपरों की फौज के साथ पुलिस फोर्स भी मुहैया करना होगा ताकि सड़कें अतिक्रमण कब्जे से मुक्त हो सके।