डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’, मो. नं. 73 8657 8657
(हिंदी अकादमी, तेलंगाना सरकार से सम्मानित नवयुवा व्यंग्यकार)
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गुरु ठनठनलाल जब तक चिलम का मजा लेते हैं तब तक दुनिया से स्विच ऑफ रहते हैं। जैसे ही चिलम खत्म वे स्विच ऑन हो जाते हैं। प्रायः वे स्विच ऑफ मोड में ही अधिक रहते हैं। उनका मानना है कि स्विच ऑन रहकर भी कौन सा तीर मारना है, स्पैम कॉल सी जिंदगी में बेमतलब के लोन वाले कॉल ही तो आने हैं। वे प्रायः कहा करते हैं जिनके फोन कम बजते हैं उन पर स्पैम कॉलो की तीक्ष्णदृष्टि अधिक रहती है। वह क्या है न कि आगे नाथ न पीछे पगहा जैसे लोग स्पैम कॉल की बलिवेदी पर चढ़ने के लिए सबसे उपयुक्त माने जाते हैं।
आज बहुत दिनों के बाद गुरुजी का चिलम खत्म हो गया। पहले तो चिलम के स्टॉक की कोई कमी नही होती थी। किंतु जब से बॉलीवुड ने इस क्षेत्र में घुसपैठ की है तब से ससुरा मामला पेंचीदा हो गया है। गजब की होड़ और जबरदस्त मारामारी है। गुरुजी स्विच ऑन होते ही ‘मुझे चिलम दो, मुझे चिलम दो’ चिल्लाने लगे। मानो उन पर किसी न्यूज एंकर का भूत सवार हो गया हो। वे नशा इतना करते हैं कि सांसे भी ससुरा कंफ्यूज हो जाती हैं कि वह प्राणवायु है या फिर लुहार की धधकनी जो केवल सूट्टा फूंकने के लिए आहार-बाहर हो रही है। बिन चिलम के गुरुजी बिन पानी मछली की तरह तड़पने लगे। इधर-उधर देखा तो चेला ढुलमुलदास गायब। उन्होंने चेले को आवाज लगाई। चेला था कि सुनता नहीं। आखिरकार थक हार कर गुरु जी कंदरा से बाहर आए। खोजबीन करने पर चेले को एक ऊंची चोटी पर बैठे देखा।
गुरुजी ने आवाज लगाई बच्चा नीचे उतर आओ। जल्दी से आर्यावर्त के ‘आर्य’ कुमार से हमारे लिए चिलम ले आओ। वह भी अभी जेल से छूटा है। घर पर ही होगा। कोर्ट-कचहरी में उसके बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। वह अपने पिता के खातिर विमल खाकर जी सकता है, लेकिन हम बिना चिलम के सांस नहीं ले सकते। चेले ने गुरुजी की बातें अनसुनी कर दी। वह रो रहा था। रोने का कारण पूछने पर पता चला कि फेसबुक मैसेंजर में उसने कई दिनों की मित्रता के बाद चार दिन पहले किसी लड़की को ‘आई लव यू’ भेजा जिसका उत्तर अभी तक नहीं मिला।
गुरु जी ने चेले को लड़की का पता बताने और उससे ‘आई टू’ कहलवाने की गारंटी देते हुए नीचे उतरवाया। चेले के नीचे उतरने पर गुरु ने उसे आर्य कुमार के पास जाने के लिए कहा। रास्ते में जब-तब मैसेंजर देखने की सलाह दे डाली। गुरु जी के कहे अनुसार चेले के मैसेंजर पर अचानक से एक संदेश आया ‘आई टू’। आगे लिखा था गुरु जी जो कहे उसे मान लिया करो। एक मुफ्त की सलाह यह भी है कि हर खूबसूरत डीपी वाली लड़की, लड़की नहीं होती। कभी कभार बाबा भी होते हैं और वो भी एकदम ठनठनलाल से ही।