कोरोना के बाद देश में बढ़ सकता है जीका वायरस का प्रकोप, इसके संक्रमण से मृत्युदर कोरोना से अधिक

नई दिल्ली । देश में एक तरफ कोरोना के मामलों में लगातार कमी आ रही है, तो दूसरी ओर डेंगू के साथ ही अब देश में जीका वायरस का प्रकोप भी बढ़ता दिख रहा है। उत्तर भारत में जीका का कहर देखने को मिल रहा है। डॉक्टरों ने भी जीका वायरस को लेकर चेतावनी दी है। जीका को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, जीका वायरस संक्रमण में मृत्यु दर कोरोना वायरस से कहीं ज्यादा है। देश के कई शहरों में इस वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, जो कि एक चिंता का विषय है। उत्तर प्रदेश के कानपुर, कन्नौज और मथुरा समेत कई जिलों में जीका वायरस के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के कानपुर और कन्नौज में जीका वायरस के मरीज मिलने के बाद मथुरा में हडकंप मच गया है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में जीका वायरस का हमला तेज होता जा रहा है। यहां जीका वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा 100 के पार जा चुका है। यह वायरस सामान्य लोगों से लेकर गर्भवती महिलाओं तक को संक्रमित कर रहा है। मंगलवार को कानपुर में जीका वायरस के 16 नए मरीज सामने आए, जिसमें दो गर्भवती समेत सात महिलाएं और नौ पुरुष हैं। जीका संक्रमितों के सत्यापन के लिए सर्विलांस टीमें लगाई गई हैं। साथ ही घर-घर सर्वे भी किया जा रहा है। जीका वायरस को लेकर मथुरा में फिलहाल राहत है। मथुरा स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराए गए सभी टेस्ट की रिपोर्ट लखनऊ केजीएमयू से नेगेटिव आई हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने अब भी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
देश में सबसे पहले जीका वायरस सन 2017 में सामने आया था। गुजरात में सन 2017 में 3 और 2018 में एक मामला सामने आया था। इसके बाद सन 2017 में तमिलनाडु में एक मामला सामने आया। सन 2018 में मध्य प्रदेश में अचानक जीका वायरस के मामले बढ़े और 130 लोग संक्रमित पाए गए। 2018 में राजस्थान में जीका वायरस के 159 मामले सामने आए। केरल में इस साल में जीका वायरस के 64 मामले अब तक सामने आए हैं। महाराष्ट्र में भी जीका वायरस ने दस्तक दे दी है।