आ गये चुनाव लगता हैं
भीषण तनाव लगता हैं
वक्त का प्रभाव लगता हैं
निकल पडे मिलने को सब
आ गये चुनाव लगता हैं
फर्जी झुकाव लगता हैं
झूठा लगाव लगता हैं
कैसे मांगेगे वोट
आ गये चुनाव लगता हैं
शातिर स्वभाव लगता हैं
चेहरा बे भाव लगता हैं
बेताब हैं पाने को अब
आ गये चुनाव लगता हैं
प्रफुल्ल शुक्ला(सरकार)
उज्जैन